scriptनर्राटोला में 15वीं-16वीं शताब्दी की दुर्लभ प्रतिमाएं, ग्रामीण करते हैं पूजा, इसलिए बचीं | Patrika News
बालोद

नर्राटोला में 15वीं-16वीं शताब्दी की दुर्लभ प्रतिमाएं, ग्रामीण करते हैं पूजा, इसलिए बचीं

बालोद जिले में पुरातत्व विभाग के पास प्राचीन प्रतिमाओं व धरोहरों को सुरक्षित रखने तक का समय नहीं है। डौंडी विकासखंड के ग्राम नर्राटोला में 15वीं से 16वीं शताब्दी में पत्थरों से बनी प्रतिमाएं हैं। इन दुर्लभ प्राचीन प्रतिमाओं को सहेजने ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

बालोदMay 27, 2024 / 10:12 pm

Chandra Kishor Deshmukh

7 months ago

Hindi News / Videos / Balod / नर्राटोला में 15वीं-16वीं शताब्दी की दुर्लभ प्रतिमाएं, ग्रामीण करते हैं पूजा, इसलिए बचीं

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.