ये भी पढ़ें- यहां है धरती का नागलोक, कोबरा जैसे सांपों का है बसेरा माना जाता है कि नाग पंचमी के दिन नागदेव की पूजा करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है। आज हम आपको बताएंगे कि नागदेव की पूजा क्यों की जाती है और किस तरह नागदेव हमारे जीवन में खुशियां और सौभाग्य लेकर आते हैं।
नागदेव की पूजा से दूर होता है भय और दोष माना जाता है कि जिस व्यक्ति के सपने में सांप दिखाई देता है या सांप से डर लगता है तो उसे नाग पंचमी के दिन विधि-विधान से सांप की पूजा करनी चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से सांपों को लेकर जो डर है, वह दूर हो जाता है। इसके अलवा ये भी माना जाता है कि अगर आपकी कुंडली काल सर्प दोष है तो नंग पंचमी के दिन नाग-नागिन का जोड़ा बनवाकर विधि-विधान से पूजा करना चाहिए। ऐसा करने से काल सर्प दोष खत्म हो जाता है।
भूमि पूजन के वक्त भी नागदेव की होती है विशेष पूजा अक्सर हम देखते हैं कि खाली जमीन पर मकान निर्माण शुरू करने से पहले भूमि पूजन की जाती है। उस समय भी नागदेव की पूजा की जाती है। माना जाता है कि नागदेव की पूजा करने से जमीन से जुड़े वास्तु दोष दूर हो जाती है। मान्यता के अनुसार, जमीन के नीचे पाताल लोक है। माना जाता है कि पाताल लोक का स्वामी शेष नाग है। जिन्होंने अपने फन पर पृथ्वी को उठाकर रखा है। यही कारण है कि भूमि पूजन के वक्त नागदेव की पूजा की जाती है ताकि शेष नाग मकान को उसी तरह सुरक्षित रखें, जिस तरह उन्होंने पृथ्वी को रखा है।