मान्यता है कि जिन घरों में लड्डू गोपाल की पूजा की जाती है उन्हें लड्डू गोपाल को नियमित रूप से स्नान कराना चाहिए और हर दिन उनके वस्त्र बदलने चाहिए। लड्डू गोपाल की सेवा एक छोटे बच्चे की तरह की जाती है। रोजाना लड्डू गोपाल को नहलाकर, कपड़े और जेवर पहनाकर, चंदन का टीका लगाकर, और फिर उन्हें आसन पर बिठाकर नजर उतारें। इसलिए लड्डू गोपाल को तभी घर में लाएं जब आप उनकी नियमित पूजा-सेवा कर सकें। यानी कि घर के अन्य सदस्यों की दिनचर्या की तरह ही लड्डू गोपाल की भी होनी चाहिए।
इसके साथ ही घर में खाने-पीने की जो भी चीजें लेकर आते हैं तो सबसे पहले लड्डू गोपाल को उन वस्तुओं का भोग लगाएं। साथ ही घर में बनने वाले भोजन और पकवानों का भोग भी सबसे पहले लड्डू गोपाल को ही लगाएं। लेकिन ध्यान रखें कि लड्डू गोपाल को प्याज, लहसुन, मांस आदि का भोग लगाना चाहिए। उन्हें सात्विक खाद्य वस्तुओं का ही भोग अर्पित करें।
इसके अलावा जब-जब कान्हा जी को किसी चीज का भोग लगाएं उनकी आरती जरूर करें। यदि आपने घर में लड्डू गोपाल रखे हुए हैं तो उन्हें कभी भी अकेला ना छोड़ें। घर का कोई ना कोई सदस्य उनकी सेवा-पूजा के लिए घर में अवश्य मौजूद होना चाहिए। साथ ही दोपहर और रात्रि के समय भोजन के बाद उनका चयन करवाएं।