सबसे पहले शनिवार के दिन सुबह स्नान करने के बाद अपनी लंबाई के बराबर काल धागा लेकर उसे एक नारियल के ऊपर लपेट लें। फिर नियमित पूजा के साथ इसका भी पूजन करें। पूजा के बाद इस नारियल को भगवान से ऋण के लिए प्रार्थना करते हुए बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। इस छोटे से उपाय करने से शीघ्र ही कर्ज का भार कम होने लगेगा।
सरसों का तेल मिट्टी के दीये में भर दें। फिर मिट्टी के दीये का ढक्कन लगाकर किसी नदी या तालाब के किनारे शनिवार के दिन सूर्यास्त के समय जमीन में गाड़ देने से कर्ज से मुक्ति मिल जाती है।
बुधवार को स्नान पूजा के बाद सर्वप्रथम गाय को हरा चारा खिलाएं, उसके बाद ही खुद कुछ ग्रहण करें। ऐसा करने से शीघ्र ही कर्ज से छुटकारा मिल जाता है। कर्ज से मुक्ति के लिए लाल वस्त्र पहनें या लाल रूमाल साथ में रखें। भोजन में गुड़ का उपयोग करें।
घर अथवा कार्यालय में गाय के आगे खड़े होकर वंशी बजाते हुए भगवान श्री कृष्ण का चित्र लगाने से कर्ज नहीं चढ़ता और दिए गए धन की डूबने की संभावना भी कम रहती है।
अपने घर के मंदिर में मां लक्ष्मी की पूजा के साथ 21 हकीक पत्थरों की भी पूजा करें। फिर उन्हें अपने घर में कहीं पर भी जमीन में गाड़ दें और ईश्वर से कर्ज से मुक्ति दिलाने के लिए प्रार्थना करेंगे तो शीघ्र ही कर्ज से छुटकारा मिल जाता है।
हनुमानजी के चरणों में मंगलवार और शनिवार के दिन तेल-सिंदूर चढ़ाएं और माथे पर सिंदूर का तिलक लगाएं। हनुमान चालीसा या बजरंगबाण का पाठ करें। कभी भूलकर भी मंगलवार को कर्ज न लें और लिए हुए कर्ज की प्रथम किश्त मंगलवार से देना शुरू करें। इससे कर्ज शीघ्र उतर जाता है।
मंगलवार को शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग पर मसूर की दाल चढ़ाते हुए ‘ऊँ ऋण-मुक्तेश्वर महादेवाय नमः’ मंत्र का जप करें। घर की चौखट पर काले घोड़े की नाल शनिवार के दिन लगाएं। बुधवार को सवा पाव मूंग उबालकर घी-शक्कर मिलाकर गाय को खिलाने से शीघ्र ही कर्ज से मुक्ति मिल जाती है।
अपने घर के ईशान कोण को सदैव स्वच्छ व साफ रखें। कर्ज से मुक्ति के लिए लाल मसूर की दाल दान दें और ऋणमोचन मंगल स्तोत्र का पाठ करें।