इसी दिन से शरद ऋतु की शुरुआत मानी जाती है। पुराणों के अनुसार इस दिन धरती पर रात इतनी सुंदर होती है कि इसकी सुंदरता को निहारने के लिए देवता भी धरती पर आते हैं। साथ ही शरद पूर्णिमा की रात खीर बनाकर चांदनी में रखने और सुबह स्नान करके खाने के बाद व्यक्ति निरोग बनता है। इसी के साथ आर्थिक संपदा की प्राप्ति के लिए शरद पूर्णिमा को रात्रि जागरण कर भजन कीर्तन का विधान बताया गया है। आइये जानते हैं शरद पूर्णिमा के खास उपाय..
अष्ट लक्ष्मी की पूजा से आशीर्वाद
ज्योतिषी डॉ. अनीष व्यास के अनुसार शरद पूर्णिमा की रात माता लक्ष्मी घर-घर विचरण करती हैं। इस रात माता लक्ष्मी के आठ स्वरूप धनलक्ष्मी, धन्य लक्ष्मी, राजलक्ष्मी, वैभवलक्ष्मी, ऐश्वर्य लक्ष्मी, संतान लक्ष्मी, कमला लक्ष्मी और विजय लक्ष्मी, जिन्हें अष्ट लक्ष्मी कहते हैं, इनमें से किसी भी स्वरूप का ध्यान करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है।
बिजनेस और नौकरी में मुनाफा के लिए
डॉ. अनीष व्यास के अनुसार बिजनेस में लगातार बढ़ोतरी के साथ नौकरी में प्रमोशन के लिए शरद पूर्णिमा की रात हनुमान जी के सामने चौमुखी दीपक जलाएं। इससे आपके घर में सुख शांति भी बनी रहेगी। सत्यनारायण पूजा
जो लोग धन एवं सुख-शांति की कामना रखते हैं, उन्हें इस अवसर पर सत्यनारायण भगवान की पूजा करना चाहिए।
खीर का उपाय
शरद पूर्णिमा पर कौमुदी व्रत रखने का भी विधान है। इसके अलावा दूध से बनी खीर का लक्ष्मीजी और शंकर जी को भोग लगाने से शुभ फल मिलता है। साथ ही खुले आसमान में चंद्रमा की किरणों के नीचे खीर रखकर सुबह प्रसाद ग्रहण करने से भी जीवन में पैसे की कमी नहीं आती है।