नवग्रह यंत्र की स्थापना कैसे करें-
नवग्रह यंत्र की स्थापना के लिए किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष का रविवार का दिन शुभ माना जाता है। इसलिए नवग्रह की स्थापना के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर अपने घर के मंदिर को अच्छे से साफ कर लें। इसके बाद एक चौकी को पूर्व या उत्तर या ईशान दिशा में रखकर उस पर लाल रंग का कपड़ा बिछा लें। फिर नवग्रह यंत्र को एक पात्र के रखकर जल, पंचामृत, गाय के कच्चे दूध और गंगाजल से शुद्ध कर लें। अब इस यंत्र को साफ कपड़े से पोंछकर चौकी पर स्थापित कर दें। अब रोजाना इस यंत्र की पूजा करें और साथ ही नवग्रह मंत्र “ब्रह्मा मुरारी त्रिपुरांतकारी भानुः शशि भूमिसुतो बुधश्च गुरुश्च शुक्रः शनि राहु केतवः सर्वे ग्रहा शांति करा भवंतु।” का जाप करें।
नवग्रह यंत्र के लाभ-
घर में नवग्रह यंत्र की स्थापना से सुख-समृद्धि में वृद्धि होने के साथ ही व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक समस्याओं से मुक्ति मिलने की मान्यता है। नवग्रह यंत्र की स्थापना से कुंडली में सभी ग्रहों का शुभ प्रभाव बढ़ता है। वहीं घर के अलावा आप अपने कार्यस्थल या दुकान में भी शुभ परिणामों के लिए नवग्रह यंत्र की विधिवत स्थापना कर सकते हैं।
(डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। patrika.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह ले लें।)