आभूषण आदि की खरीदारी के लिए तो यह सर्वोत्तम समय है। मान्यता है इस योग में की गई खरीदारी से साल भर घर में धन संपदा की वृद्धि होती रहती है। साथ ही व्यापार, व्यवसाय शुरू करने के लिए भी यह अच्छा समय है। इसकी खासियत यह है कि वर्ष भर में यदि आपको किसी मांगलिक कार्य के लिए कोई शुभ समय नहीं मिल रहा है तो इस समय यह कार्य कर सकते हैं।
25 मई 2023 को गुरु पुष्य नक्षत्र योग का समय सूर्योदय 5.26 बजे से शाम 5.54 बजे तक है। इसके बाद अश्लेषा नक्षत्र शुरू हो जाएगा। इस वक्त शुभ के लिए वस्तुओं की खरीदारी कर सकते हैं या कोई मांगलिक कार्य कर सकते हैं।
25 मई को कई और शुभ योग बन रहे हैं। इससे यह दिन और मंगलकारी हो जा रहा है। इस दिन सुबह से शाम 6.08 बजे तक वृद्धि योग, रवि योग, अमृत सिद्धि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 5.26 बजे से शाम 5.54 बजे तक है। इसके बाद रवि योग रात 9.12 बजे से अगले दिन 26 मई को 5.25 बजे तक रहेगा।
गुरु पुष्य योग में इन वस्तुओं की खरीदारी शुभ
1. स्वर्णः सोना सुख समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। मान्यता है कि गुरु पुष्य योग में सोना खरीदने से बरकत होती है और इस समय सोना खरीदने वाले व्यक्ति की धन संपत्ति और सौभाग्य में वृद्धि होती है।
2. हल्दीः गुरु बृहस्पति का प्रिय रंग है पीला और हल्दी पीले रंग का होता है, यह शुभता का भी प्रतीक है। इसलिए गुरु पुष्य योग में हल्दी खरीदना चाहिए। जो व्यक्ति इस दिन स्वर्ण की खरीद नहीं कर पाते, उनके लिए इस योग में हल्दी खरीदना हितकारी होता है।
3. चने की दालः गुरु पुष्य योग में चने की दाल खरीदना भी शुभफलदायक मानी जाती है। मान्यता है इससे खरीदने वाले के सुख समृद्धि में बढ़ोतरी होती है। गुरु ग्रह की पूजा में चने की दाल का प्रयोग किया जाता है, इसका भोग भगवान विष्णु को भी लगाया जाता है। इस दिन पीतल, पीले वस्त्र, घी आदि की भी खरीद कर सकते हैं।
4. सिक्काः मान्यता है गुरु पुष्य योग के दिन सोने या चांदी के सिक्के की खरीद करने से व्यक्ति की उन्नति होती है।
5. धार्मिक पुस्तकें: ज्योतिष के अनुसार गुरु पुष्य योग के समय देवगुरु बृहस्पति का अधिक प्रभाव होता है। इसलिए इस समय धार्मिक पुस्तकें खरीदने से व्यक्ति को भाग्य का साथ मिलता है।