1. स्कंद पुराण और शास्त्रों में तुलसी को बहुत ही पवित्र और पूजनीय पौधा माना गया है जिस घर में तुलसी का पौधा लगा होता है और जल अर्पण के साथ ही तुलसी की नियमित पूजा होती है, इस परिवार के सदस्यों को यमदूत की यातनाओं का भय नहीं होता और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
2. भगवान की पूजा में कभी भी सूखे पुराने फूल और बासी जल का प्रयोग नहीं किया जाता। लेकिन स्कंद पुराण के अनुसार तुलसीदल और गंगाजल कभी भी बासी नहीं होते। यह दोनों चीजें हमेशा ही पवित्र मानी जाती हैं। इसलिए इन्हें पुराना समझ का फेंका नहीं जाता।
3. स्कंद पुराण में इस बात का भी जिक्र मिलता है कि कितने भी पापी और अपराधी व्यक्ति की मृत्यु के पश्चात यदि उसके शरीर के ऊपर तुलसी की सुखी लकड़ियां बिछाकर उनसे अग्नि शुरू की जाए तो ऐसे व्यक्ति को यमदूत का भय नहीं होता और उसकी दुर्गति से भी रक्षा होती है।