पहली बार शिवलिंग की पूजा भगवान विष्णु और ब्रह्माजी ने की थी, इसीलिए महा शिवरात्रि को भगवान शिव के जन्मदिन के रूप में जाना जाता है. इस दिन श्रद्धालु शिवरात्रि के दिन शिवलिंग की पूजा करते हैं. मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से जीवन में सुख और शांति बनी रहती है.
इस बार साल 2021 की पहली मासिक शिवरात्रि 11 जनवरी को मनाई जाएगी. शिवरात्रि व्रत प्राचीन काल से प्रचलित है. शास्त्रों के अनुसार देवी लक्ष्मी, इन्द्राणी, सरस्वती, गायत्री, सावित्री, सीता, पार्वती और रति ने भी शिवरात्रि का व्रत किया था.
मासिक शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त : Masik Shivratri 2021 shubh muhurat
पौष मास, कृष्ण चतुर्दशी :-
चतुर्दशी प्रारंभ : 11 जनवरी, सोमवार, दोपहर 02 बजकर 32 मिनट से
चतुर्दशी समाप्त : 12 जनवरी, मंगलवार, दोपहर 12 बजकर 22 मिनट तक.
– इस दिन सूर्योदय से पहले उठें- स्नान करें, भगवान शिव का ध्यान कर व्रत का संकल्प लें. – शिवलिंग पर जलए घी, दूध, शक्कर, शहद, दही आदि अर्पित करें. बाबा भोलेनाथ को बेलपत्रए धतूरा आदि चढ़ाएं.
मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत रखने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है, क्योंकि इस व्रत में व्यक्ति को अपने अवगुणों का त्याग करना होता है. इस व्रत को करके देवी-देवताओं ने मनचाहा वरदान पाया है, भगवान शिव के पूजन के लिए उचित समय प्रदोष काल माना जाता है. शिव पुराण के अनुसार, इस दिन व्रत करके भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं और जीवन की मुश्किलें दूर होती हैं.