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– खंडित मूर्तियां
अक्सर खंडित या खराब देवी-देवताओं की मूर्तियां हम घर में किसी कोने में संभाल कर रख लेते हैं। लेकिन वास्तु शास्त्र में इन्हें घर में रखना अशुभ माना गया है। गया है। माना जाता है कि खंडित मूर्तियां घर के सदस्यों के लिए दुर्भाग्य का कारण बनती हंै। ऐसे में इन मूर्तियों नवरात्रि से पहले बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें।
– फटे-पुराने जूत-चप्पल और कपड़े भी
नवरात्रि से पहले मां दुर्गा के स्वागत के लिए घरों-दुकानों या अन्य भवनों की साफ-सफाई की जाती है। ऐसे में घरों की सफाई के दौरान घर में रखे फटे-पुराने कपड़े और जूते-चप्पलों को घर से बाहर निकाल दें। घर में इस तरह की चीजें नेगेटिविटी बढ़ाती हैं।
– बंद घड़ी
वास्तु में कहा गया है कि बंद घड़ी दुर्भाग्य का प्रतीक होती है। ऐसे में नवरात्रि में मां के आगमन से पहले बंद या खराब घड़ी को भी बाहर निकाल दें। फिर किसी कबाड़ी को दे दें। ऐसी चीजें तरक्की में बाधा बनती हैं। वहीं माना यह भी जाता है कि बंद घड़ी घर में रखने से बुरा वक्त कोई नहीं टाल सकता।
– खराब खाना
घर के साथ किचन की सफाई भी महत्वपूर्ण है। ऐसे में रसोई में कोई भी खराब चीज या खाने का पुराना सामाना आदि रखा है तो उसे नवरात्रि से पहले ही घर से बाहर का रास्ता दिखा दें। घर में खाने-पीने की खराब चीजें मां दुर्गा को क्रोधित कर सकती हैं। वो आपसे रूठ सकती हैं। इन चीजों से घर में नेगेटिविटी आती है और मां दुर्गा आपके घर में आकर भी बिना आशीर्वाद दिए ही लौट जाती हैं।
-प्याज और लहसुन
माना जाता है कि चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा 9 दिन तक धरती पर ही भ्रमण करती हैं। इन 9 दिनों में मां भक्तों के घर में भी आती हैं और खुश होने पर आशीर्वाद देकर जाती हैं। इसीलिए घर का वातावरण और घर दोनों का शुद्ध होना जरूरी माना गया है। नवरात्रि से पहले सफाई के दौरान रसोई से प्याज और लहसुन, अंडा, मांस, मदिरा आदि भी घर से बाहर निकाल दें।