इन परेशानियों पर गौर किया जाए, तो यही परेशानी ऐसी है जिससे मनुष्य खुशहाल बनता है। कई लोग ऐसे हैं जिनकी आय तो पर्याप्त है, लेकिन सैलेरी या इनकम मिलते ही कुछ दिनों में उनका पर्स या वॉलेट यहां तक कि बैंक बैलेंस भी निल होते देर नहीं लगती। गरुड़ पुराण में माना गया है कि यह हाल होना भी मुनष्य की आदत के कारण ही है। ऐसे में गरुड़ पुराण के कुछ नियमों का पालन किया जाए, तो अर्थ संबंधी इस परेशानी से आप बच सकते हैं और आपकी बचत भी बढ़ सकती है। पत्रिका.कॉम के इस लेख में जानें गरुड़ पुराण में इस संकट के लिए क्या उपाय बताएं गए हैं…
संपत्ति का घमंड कभी न करें
गरुड़ पुराण के मुताबिक मनुष्य को कभी अपनी संपत्ति पर घमंड या अहंकार नहीं करना चाहिए। चाहे आपके पास कितनी भी धन संपत्ति क्यों न हो, इसे अपने गर्व का विषय मत बनाइए। इसके कारण किसी का अपमान मत कीतिए। संपत्ति पर घमंड या अहंकार करने वाले लोगों से मां लक्ष्मी कभी भी प्रसन्न नहीं रहतीं और उनसे रुष्ट होकर चली जाती हैं, जिससे मनुष्य उनकी कृपा का पात्र नहीं रह जाता।
धार्मिक ग्रंथों का पाठ जरूर करें
गरुड़ पुराण के मुताबिक यदि आप घर में रामायण, महाभारत, गरुड़ पुराण का अध्ययन करते हैं तो, आपका घर हमेशा सुख-शांति और समृद्धि से भरा रहेगा। दरअसल इन पवित्र पुस्तकों के माध्यम से मनुष्य भगवान का स्मरण कर लेता है। इसलिए इन्हें कभी भी नहीं छोडऩा चाहिए।
भगवान को भोग जरूर लगाएं
गरुड़ पुराण के मुताबिक घर की रसोई में बनने वाले भोजन का सबसे पहला भोग भगवान को ही लगाना चाहिए। पहला भोग यदि भगवान को लगाया जाए, तो वे प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं। ऐसे घरों में हमेशा मां लक्ष्मी का वास रहता है। यदि आप भगवान को भोग लगाए बगैर सबसे पहले खुद ही भोजन कर लेंगे, तो आप पाप के भागीदारी होंगे और आपके घर-परिवार से मां लक्ष्मी रूठ कर चली जाएंगी।