जलदान से मिलेगा सभी तीर्थों का फल-
हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, अक्षय तृतीया के दिन कुछ चीजों का दान बहुत ही लाभप्रद माना गया है। शास्त्रों के अनुसार माना गया है कि अक्षय तृतीया के दिन और साथ ही पूरे वैशाख मास में जलदान सर्वाधिक महत्वपूर्ण होता है। कहते हैं कि सभी तीर्थों के द्वारा जो फल प्राप्त होता है, वह केवल इस माह में जलदान द्वारा प्राप्त किया जा सकता है। आप किसी मंदिर या सार्वजनिक स्थान पर जलपात्र का भी दान कर सकते हैं।
इसके अलावा, अक्षय तृतीया के दिन वृक्षारोपण करना, राहगीरों के लिए प्याऊ लगवाना, पशु-पक्षियों के लिए दाना-पानी की व्यवस्था करना, पंखे अथवा छाते का दान आदि से भी शुभ फलों की प्राप्ति होती है। माना जाता है कि इन चीजों के दान से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और ब्रह्मा, विष्णु, महेश तीनों देवों की खास कृपा प्राप्त होती है।
साथ ही मान्यता है कि विष्णु भगवान को समर्पित वैशाख मास में पादुका के दान से मनुष्य को मृत्यु पश्चात विष्णुलोक में स्थान मिलता है। इसके अलावा शिवलिंग पर जल की मटकी लटकाना भी विशेष पुण्य का काम है।
अक्षय तृतीया के दिन खरीदारी के शुभ मुहूर्त:
इस दिन खरीदारी के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 39 मिनट से अगले दिन सुबह 5 बजकर 38 मिनट तक रहेगा। अक्षय तृतीया के दिन सोने-चांदी के आभूषण खरीदना शुभ माना जाता है। कहते हैं कि शुभ मुहूर्त में इन चीजों की खरीदारी से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। इसके अलावा वाहन और संपत्ति जैसी चीजों की खरीदारी के लिए भी अक्षय तृतीया का दिन खास होता है।