भविष्यवाणी : ज्येष्ठ महीने में 13 दिन के बाद बारिश होगी मध्यप्रदेश में गर्मी के बढ़ते तापमान पर अब ब्रेक लगने वाला है। यह राजस्थान से आने वाले पश्चिमी विक्षोभ के चलते होगा। इसका असर 4 से 7 अप्रैल तक नजर आने लगेगा। मौसम विभाग के अनुसार इन दिनों मौसम साफ था व इसके चलते लगातार तापमान बढ़ रहा था। लेकिन अब इस पर ब्रेक लगने वाला है। इसकी वजह राजस्थान से जो विक्षोभ आने वाला है उसके चलते जोरदार तरीके से वेदर में बदलाव आएगा। इंदौर, रतलाम, मंदसौर व नीमच सहित आगर मालवा में इसका असर अधिक होगा, क्योंकि यह राजस्थान से सटे हुए जिले है। इससे जोरदार तरीके से वेदर में बदलाव आएगा।
कारोना वायरस के बीच आई खुश खबर तीन दिन बाद होगा सामान्य हालांकि मालवा व मध्यप्रदेश में कुछ स्थान पर बारिश के बाद जब पश्चिमी विक्षोभ का असर कम होगा तो फिर से तापमान में बढ़ोतरी होगी। इससे जोरदार गर्मी होगी। बता दे कि मार्च माह में पश्चिमी विक्षोभ के चलते ही तापमान में वृद्धि नहीं हो पाई थी। रतलाम में सबसे अधिक तापमान 31 मार्च को हुआ था। तब 38 डिग्री तक यह पहुंच गया था। शुक्रवार सुबह भी यह 33 डिग्री है। दोपहर तक यह बढ़ सकता है। अगर पांच वर्षो का रतलाम का रिकर्ॉर्ड देखें तो गर्मी में तापमान 42 डिग्री से उपर ही गया है। इसलिए कुछ राहत पश्चिमी विक्षोभ के चलते होने वाली बारिश से मिल सकती है। इंदौर, रतलाम, मंदसौर व नीमच सहित आगर मालवा में इसका असर अधिक होगा, क्योंकि यह राजस्थान से सटे हुए जिले है। इससे जोरदार तरीके से वेदर में बदलाव आएगा।
स्टेशन पर चौथा गेट हो रहा तैयार, मार्च अंत तक पूरा होगा IMAGE CREDIT: Patrika यह है तापमान की स्थिति 29 मार्च को ३४.०२ डिग्री रहा। 30 मार्च को 370.5 डिग्री रहा।
31 मार्च को 38 डिग्री रहा। 1 अप्रैल को 37.06 डिग्री रहा। 2 अप्रैल को 37 डिग्री रहा। 3 अप्रैल को सुबह 33 डिग्री रहा। एमपी बोर्ड की परीक्षा में POK को बताया आजाद कश्मीर, पूछा अजीब सवाल