110 की रफ्तार में चलती ट्रेन में विजलेंस की रेड
प्राप्त जानकारी के मुताबिक ट्रेन नंबर 19019 बांद्रा देहरादुन एक्सप्रेस ट्रेन जैसे ही सुबह 6.45 बजे बड़ोदरा से चली इसमें आईआरसीटीसी का एक कर्मचारी चाय लेकर चढ़ा। जो कर्मचारी चढ़ा उसकी अन्य ट्रेन में ड्यूटी थी। कर्मचारी के चढ़ने के पहले ही पश्चिम रेलवे का विजिलेंस का दल भी ट्रेन में चढ़ चुका था। जब ट्रेन बड़ोदरा से चली तो कर्मचारी ने चाय की बिक्री शुरू कर दी। जैसे ही ट्रेन गोधरा स्टेशन पार हुई, कर्मचारी से मेडिकल सहित अन्य दस्तावेज विजिलेंस के दल ने मांगे। बताया जा रहा है कि विजिलेंस के दल ने एसी कोच बी-2 में बगैर मेडिकल के खानपान की बिक्री करते कर्मचारी को पकड़ा है। इसके बाद आईआरसीटीसी के ट्रेन में साथ चल रहे मैनेजर पदमश्री को बुलाया गया व प्रकरण बनाया गया। हालांकि जिस कर्मचारी को पकड़ा गया था, उसको नियम अनुसार आरपीएफ के हवाले करना था, लेकिन वो आंखों में धूल झोंककर रतलाम स्टेशन आते ही फरार हो गया।
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एक्शन में विजिलेंस टीम
बता दे कि रेल मंडल में विजिलेंस लगातार सक्रिय है। डॉ. अंबेडकर नगर में रेल कर्मचारियों के परिवार को अवैध कैंटीन चलाने का मामला हो या उज्जैन पार्सल कार्यालय में दबिश या फिर सीटीआई कार्यालय में चहेते टीटीई की ड्यूटी का मामला, विजिलेंस ने लगातार कार्रवाई करके मंडल के वाणिज्य विभाग की निष्क्रियता की पोल खोल दी है। ट्रेन के मैनेजर पद्मश्री ने बताया कि कर्मचारी के पास मेडिकल की जांच का प्रमाणपत्र नहीं था, इसलिए विजिलेंस ने ट्रेन में कार्रवाई की है। प्रकरण बनाकर मुख्यालय में देंगे तब दंड का पता चलेगा कितना लगा।
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