17 घंटे से अधिक समय पर वकीलों का कोर्ट रूम में धरना
गुरुवार को शाम 4 से रातभर व सुबह 11 बजे तक करीब 17 घंटे से ज्यादा समय कोर्ट में हलचल रही। अभिभाषक गैंगरेप के आरोपियों को सीधे जेल भेजने के कोर्ट के निर्णय पर असंतोष जताकर धरने पर बैठ गए, जिसे रतलाम के इतिहास में सबसे बड़ा व लंबा धरना कहा जा रहा है। इस दौरान रात को दो जज भी अभिभाषकों से चर्चा के लिए पहुुंचे, लेकिन धरना समाप्त नहीं हुआ। रात को अभिभाषकों के साथ भाजपा के पदाधिकारी और सहायक संगठनों के प्रतिनिधि भी धरने मेंं शामिल हो गए।
गुरुवार को शाम 4 से रातभर व सुबह 11 बजे तक करीब 17 घंटे से ज्यादा समय कोर्ट में हलचल रही। अभिभाषक गैंगरेप के आरोपियों को सीधे जेल भेजने के कोर्ट के निर्णय पर असंतोष जताकर धरने पर बैठ गए, जिसे रतलाम के इतिहास में सबसे बड़ा व लंबा धरना कहा जा रहा है। इस दौरान रात को दो जज भी अभिभाषकों से चर्चा के लिए पहुुंचे, लेकिन धरना समाप्त नहीं हुआ। रात को अभिभाषकों के साथ भाजपा के पदाधिकारी और सहायक संगठनों के प्रतिनिधि भी धरने मेंं शामिल हो गए।
प्रात: शुरू हुई बैठक में अभिभाषक संघ आगे का निर्णय कर रहा
वहीं, अभिभाषकों के कोर्ट रूम में धरने के चलते रात करीब 12 बजे प्रभारी नजारत ने एक पत्र अभिभाषक संघ अध्यक्ष को भेज दिया। पत्र में बताया कि अभिभाषक अविलंब कोर्ट परिसर खाली करें, कुछ अनहोनी हुई तो जवाबदेह वकील होंगे। वकीलों को करीब 30 मिनट का समय कोर्ट परिसर खाली करने के लिए दिया गया। इसके बाद अभिभाषकों की ओर से भी नजारत प्रभारी को जवाब के लिए पत्र की तैयारी शुरू हो गई। अभिभाषकों संघ अध्यक्ष दशरथ पाटीदार ने बताया कि हमारा धरना रातभर जारी रहा, शुक्रवार को प्रात: शुरू हुई बैठक में अभिभाषक संघ आगे का निर्णय कर रहा है।
वहीं, अभिभाषकों के कोर्ट रूम में धरने के चलते रात करीब 12 बजे प्रभारी नजारत ने एक पत्र अभिभाषक संघ अध्यक्ष को भेज दिया। पत्र में बताया कि अभिभाषक अविलंब कोर्ट परिसर खाली करें, कुछ अनहोनी हुई तो जवाबदेह वकील होंगे। वकीलों को करीब 30 मिनट का समय कोर्ट परिसर खाली करने के लिए दिया गया। इसके बाद अभिभाषकों की ओर से भी नजारत प्रभारी को जवाब के लिए पत्र की तैयारी शुरू हो गई। अभिभाषकों संघ अध्यक्ष दशरथ पाटीदार ने बताया कि हमारा धरना रातभर जारी रहा, शुक्रवार को प्रात: शुरू हुई बैठक में अभिभाषक संघ आगे का निर्णय कर रहा है।