मानसून के पहले ही शुरू हो जाएगी भारी बारीश जो महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई है, वह गुजरात के अहमदाबाद से आई है। महिला 20 मार्च से अहमदाबाद में थी। हालही में ई-पास बनने पर वह 5 मई को रतलाम आई थी। इसके बाद 8 तारीख को उसकी तबीयत खराब होने पर उसे जिला अस्पताल की ओपीडी में जांच हुई थी, जिसमें कोरोना संदिग्ध मानकर उसका सेंपल लिया गया था, जिसकी रिपोर्ट मंगलवार सुबह आई जिसमें वह कोरोना पॉजिटिव पाई गई। महिला के पॉजिटिव पाए जाने पर स्वास्थ्य विभाग के अमले सहित पुलिस-प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और नया कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित कर कुछ और लोगों को क्वारंटीन सेंटर भेजा गया। सिद्धांचलम् कॉलोनी में जिस गली में महिला रहती थी, उस गली को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। साथ ही यहां के लोगों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए है। साथ ही कॉलोनी के 24 परिवारों को चिन्हित किया गया है। इन सभी की स्क्रीनिंग भी कराई गई है। कोविड की नई गाइड लाइन के चलते अब पूरे क्षेत्र को भी सील नहीं किया है।
BREAKING रेलवे ने स्पेशल ट्रेन का टाइम टेबल बदला गांव के लोग क्वारंटीन
शहर के समीम सेजावता गांव में 7 वर्षीय बालक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद गांव में हड़कंप मच गया। पुलिस, प्रशासन के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में पहुंची और आस-पास का क्षेत्र सील कर दिया। बच्चा शिव नगर में पॉजिटिव पाए गए परिवार के संपर्क में था। नाना के यहां आया हुआ था और बीमारी की चपेट में आ गया। उसकी तबीयत बिगडऩे पर उसका सेंपल लिया गया था, जिसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई। बच्चे को मेडिकल कॉलेज में भेजा गया है। वहीं परिवार सहित गांव के कुछ लोगों को क्वारंटीन किया गया है।
शहर के समीम सेजावता गांव में 7 वर्षीय बालक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद गांव में हड़कंप मच गया। पुलिस, प्रशासन के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में पहुंची और आस-पास का क्षेत्र सील कर दिया। बच्चा शिव नगर में पॉजिटिव पाए गए परिवार के संपर्क में था। नाना के यहां आया हुआ था और बीमारी की चपेट में आ गया। उसकी तबीयत बिगडऩे पर उसका सेंपल लिया गया था, जिसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई। बच्चे को मेडिकल कॉलेज में भेजा गया है। वहीं परिवार सहित गांव के कुछ लोगों को क्वारंटीन किया गया है।
लॉकडाउन – 3.0 : आसान नहीं है मजदूरों के लिए श्रमिक ट्रेन में यात्रा कोरोना पॉजिविट मरीज की बेटी इप्का में है
कोरोना पॉजिटिव पाई गई महिला की बेटी शहर के बाहर स्थित इप्का फैक्टरी में काम करती है। इस कारण वह जिस वाहन में अन्य कर्मचारियों के साथ आना-जाना करती थी, उन्हे भी संदिग्ध मानकर क्वारंटीन सेंटर में भेजा गया है। इसके अतिरिक्त फैक्टरी के अंदर काम करने वाले युवती के संपर्क आए लोगों को भी क्वांरटीन सेंटर लाया गया है। करीब दो दर्जन कर्मचारी सहित अन्य लोग क्वारंटीन सेंटर में लाए गए है। जरूरत पडऩे पर इसमें से कुछ लोगों के सेंपल भी लिए जा सकते है। जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर अब 25 हो चुकी है। इनमें से 19 लोग ठीक होकर मेडिकल कॉलेज से छुट्टी होने पर घर पहुंच चुके है। वर्तमान में सिर्फ पांच मरीज ही यहां पर भर्ती है। शहर के हालातों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम यहां पर कुछ और मरीजों के सामने आने की संभावना जता रही है। फिलहाल यहां की स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में होने से प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है।
कोरोना पॉजिटिव पाई गई महिला की बेटी शहर के बाहर स्थित इप्का फैक्टरी में काम करती है। इस कारण वह जिस वाहन में अन्य कर्मचारियों के साथ आना-जाना करती थी, उन्हे भी संदिग्ध मानकर क्वारंटीन सेंटर में भेजा गया है। इसके अतिरिक्त फैक्टरी के अंदर काम करने वाले युवती के संपर्क आए लोगों को भी क्वांरटीन सेंटर लाया गया है। करीब दो दर्जन कर्मचारी सहित अन्य लोग क्वारंटीन सेंटर में लाए गए है। जरूरत पडऩे पर इसमें से कुछ लोगों के सेंपल भी लिए जा सकते है। जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर अब 25 हो चुकी है। इनमें से 19 लोग ठीक होकर मेडिकल कॉलेज से छुट्टी होने पर घर पहुंच चुके है। वर्तमान में सिर्फ पांच मरीज ही यहां पर भर्ती है। शहर के हालातों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम यहां पर कुछ और मरीजों के सामने आने की संभावना जता रही है। फिलहाल यहां की स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में होने से प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है।
मध्यप्रदेश के रतलाम में 12 घंटे में 13 मौत, पांच को कोरोना संदिग्ध माना पहला मरीज ठीक होकर घर पहुंचा
रतलाम में कोरोना का पहला मरीज सामने आने के बाद उसे उपचार के लिए उज्जैन भेजा गया था। वहां पर उपचार के बाद सोमवार को वह पूरी तरह से स्वस्थ्य होकर घर लौट आया। देर रात हाकीमवाड़ा निवासी व्यक्ति जब अपने घर पहुंचा तो यहां पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी उसके स्वागत के लिए पहुंचे। यहां पर क्षेत्र के रहवासियों ने ताली बजाकर उसका स्वागत किया। इसके पूर्व रतलाम मेडिकल कॉलेज से इस दिन दोपहर में छह मरीजों की छुट्टी की गई थी। शहर में ढील दिए जाने के बाद यहां के हालातों का जायजा लेने के लिए कलेक्टर रुचिका चौहान और एसपी गौरव तिवारी बाजार में पहुंचे। इस दौरान माणक चौक क्षेत्र में कुछ दुकानों पर बाहर खड़े लोगों को एसपी ने अंदर कराया। वहीं मेडिकल स्टोर पर खडे़ लोगों को सोशन डिस्टेंस का पालन करने के निर्देश दिए। वहीं बाजार में भीड़ अधिक नजर आने पर संबंधितों को अनावश्यक घूमने वालों को पकड़ उनके खिलाफ कार्रवाई के निर्देश भी दिए।
रतलाम में कोरोना का पहला मरीज सामने आने के बाद उसे उपचार के लिए उज्जैन भेजा गया था। वहां पर उपचार के बाद सोमवार को वह पूरी तरह से स्वस्थ्य होकर घर लौट आया। देर रात हाकीमवाड़ा निवासी व्यक्ति जब अपने घर पहुंचा तो यहां पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी उसके स्वागत के लिए पहुंचे। यहां पर क्षेत्र के रहवासियों ने ताली बजाकर उसका स्वागत किया। इसके पूर्व रतलाम मेडिकल कॉलेज से इस दिन दोपहर में छह मरीजों की छुट्टी की गई थी। शहर में ढील दिए जाने के बाद यहां के हालातों का जायजा लेने के लिए कलेक्टर रुचिका चौहान और एसपी गौरव तिवारी बाजार में पहुंचे। इस दौरान माणक चौक क्षेत्र में कुछ दुकानों पर बाहर खड़े लोगों को एसपी ने अंदर कराया। वहीं मेडिकल स्टोर पर खडे़ लोगों को सोशन डिस्टेंस का पालन करने के निर्देश दिए। वहीं बाजार में भीड़ अधिक नजर आने पर संबंधितों को अनावश्यक घूमने वालों को पकड़ उनके खिलाफ कार्रवाई के निर्देश भी दिए।