सगे भाईयों ने बनाई गैंग
रतलाम पुलिस ने शिवपुर में 11 जुलाई की रात बुजुर्ग रमेशचंद्र संघवी के घर में घुसकर लूट करने वाली गैंग का पर्दाफाश करते हुए गिरोह के 9 सदस्यों को पकड़ा है। वारदात की रात गैंग के सभी सदस्य घर का दरवाजा तोड़कर संघवी के घर में घुसे थे और उनकी पत्नी कांता को डरा धमकाकर जेवरात और कैश लूट ले गए थे। पुलिस ने इस मामले की तफ्तीश की तो सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल्स के आधार तफ्तीश की तो सीसीटीवी में कीटनाशक दवा छिड़कने का काम करने वाला एक व्यक्ति अलग-अलग स्थानों पर दिखा। जिसे शक के आधार पर पुलिस ने पकड़ा और पूछताछ की तो उसने अपनी गैंग के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देना कबूल किया। पुलिस ने गैंग के सभी सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है इस गैंग के सरगना दो सगे भाई भी हैं। मां को देते थे लूट का माल
पुलिस के मुताबिक गैंग के सरगना संजय और विक्की नाम के दो सगे भाई हैं जो लूट के बाद लूट का माल लाकर अपनी मां को देते थे। पुलिस ने आरोपी की मां के गले से लूट की चेन बरामद करते हुए उसे भी आरोपी बनाया है। आरोपियों ने पूछताछ में 26 जून की रात मांगरोल फाटे के पास बाइक सवार दंपत्तियों से मारपीट व लूट की वारदात करना भी कबूल किया है।
क्राइम के बाद कराई भजन संध्या, सांवरिया जी के दर्शन करने गए
पूछताछ में आरोपियों से एक और चौंका देने वाला खुलासा हुआ है। आरोपियों ने बताया है कि लूट की वारदात करने के बाद वो राजस्थान में सांवरिया जी के दर्शन करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों के रास्ते से जाते थे इतना ही नहीं शिवपुर में बुजुर्ग संघवी के घर डकैती करने के बाद उन्होंने घर में भजन संध्या का भी आयोजन कराया था। गैंग के सभी सदस्य युवा हैं जो कि दिन में मजदूरी या फेरी लगाने के बहाने रैकी करते थे और रात में वारदातों को अंजाम देते थे।