असल में जहां स्कूल है वहां अतिक्रमण कर गुमटियां लगाई गई थी। इन गुमटियों के पीछे ही भैरूजी की प्रतिमा ओटला पर विराजित थी। 2008 में अतिक्रमण हटाए गए व स्कूल के लिए भूमि का आवंटन होकर निर्माण हो गया। अतिक्रमण तो हट गया, लेकिन तत्कालीन समय के अधिकारियों ने प्रतिमा के मामले में निर्णय नहीं लिया। यहां इसके बाद कमरा बना दिया गया। अब इस कक्ष में प्रतिमा के करीब टूटी हुई कुर्सियों से लेकर अन्य सामान को रख दिया गया है।
पदस्थापना के पूर्व से प्रतिमा मेरी पदस्थापना के पूर्व से है। मामले की जानकारी मिलने पर वरिष्ठ अधिकारियों से मार्गदर्शन मांगा गया है। – एमएल सांसरी, डीपीसी, स्कूली शिक्षा विभाग