VIDEO यात्री ट्रेन चलाने से पहले रेलवे ने जारी की पांच शर्ते इस तरह हुआ काम तबलीगी जमात के एक सदस्य ने बताया कि असल में जब लॉकडाउन की घोषणा हुई तो आसपास के रहने वाले वो लोग जो प्रतिदिन छोटा मोटा कार्य करके कमाते है व रोज खाते है, उनके सामने रोजगार की समस्या आ गई। तब पता चला कि इनके लिए भोजन की ही दिक्कत हो गई है। तब हमने आपस में स्वयं के सोशल मीडिया पर बने हुए गु्रप में बात की, इसके बाद तब तय किया कि जब पड़ोसी भूखा हो तो हम रोटी किस तरह खा सकते। इसके बाद जब राशन की दुकान खुली तो भोजन सामग्री के पैकेट बनवाने का ऑर्डर दिया। इसके अलावा मास्क, सैनिटाईजर व डिटोल साबुन का वितरण भी किया।
Ratlam में ये फ्लैग मार्च निकालते रहे उधर 4 दिन से छुपे बैठे थे संदिग्ध, एक की मौत इन मोहल्लों में हुआ वितरण शहर में प्रतापनगर, खातीपुरा, शैरानीपुरा, पटेल साहब की बावड़ी, मिल्लत नगर, न्यू काजीपुरा, होमगार्ड कॉलोनी, एकता नगर, बजरंग नगर, दिलीप नगर, सुदामा परिसर के कुछ आवास में भोजन निर्माण सामग्री के पैकेट का वितरण किया गया। इन पैकेट में 5 किलो आटा, 2 तरह की दाल, चावल व तेल को शामिल किया गया। इसके लिए अलग-अलग मोहल्लों में तीन चरण चलाए गए। पहले व दूसरे चरण में 250-250 पैकेट व तीसरे चरण में एक हजार पैकेट का वितरण किया गया।
VIDEO रतलाम से पत्थरबाजों को जवाब : मुस्लिम युवकों ने सफाई कर्मचारियों पर बरसाए फूल पड़ोसी भूखा तो हम कैसे खा सकते
अगर आपका पड़ोसी भूखा है तो आप भोजन कैसे कर सकते है। बस इसी सोच के साथ तबलीगी जमात के करीब ४० युवाओं ने मिलकर शैरानी फाउंडेशन के सहयोग से 1500 से कुछ अधिक भोजन निर्माण सामग्री के पैकेट का वितरण किया है। हमारा शहर सर्वधर्म एकता का शहर है व इसके नाम को मिलजुलकर और आगे बढ़ाया जाएगा।
अगर आपका पड़ोसी भूखा है तो आप भोजन कैसे कर सकते है। बस इसी सोच के साथ तबलीगी जमात के करीब ४० युवाओं ने मिलकर शैरानी फाउंडेशन के सहयोग से 1500 से कुछ अधिक भोजन निर्माण सामग्री के पैकेट का वितरण किया है। हमारा शहर सर्वधर्म एकता का शहर है व इसके नाम को मिलजुलकर और आगे बढ़ाया जाएगा।
– सैय्यद वसीमअली शैरानी, सदस्य तबलीगी जमात, व सदर शेरानी फाउंडेशन VIDEO सावधान रतलाम! एक ही परिवार के 9 सदस्यों को किया क्वारेंटाइन Ratlam में पहले संदिग्ध छूपे रहे अब सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं करवा पा रहे