शाम के 7 बजे रहे थे, जब डीआरएम आरएन सुनकर के पास रनिंग रुम में भोजन से जुड़ी शिकायत पहुंची। मंडल के यांत्रिकी इंजीनियर कमल चौधरी व प्रदीप मीणा को लेकर वे रनिंग रुम पहुंच गए। यहां डीआरएम ने अलग-अलग टेबल पर जाकर भोजन कर रहे रनिंग रुम के कर्मचारियों के साथ भोजन का स्वाद लिया। रनिंग रुम में जाकर भोजन का स्वाद लेने वाले सुनकर देश के पहले डीआरएम है। कुछ समय पूर्व रेलवे बोर्ड चैयरमैन अश्विन लौहानी ने इसी तरह रेलवे केंटीन में भोजन किया था।
शाम को पहुंचे डीआरएम शुक्रवार शाम को अधिकारियों के साथ डीआरएम रनिंग रुम पहुंचे। यहां पर कूलर का कार्य नहीं करना, चादर की सफाई नियमित नहंी होना आदि की शिकायत तो हुई, इसके साथ कोटा , गंगापुर, बड़ोदरा आदि के रनिंग कर्मचारियों ने भोजन के स्वाद को लेकर गंभीर शिकायत की। कर्मचारियों का कहना था कि कर्मचारी के काम की गति काफी धीमी है। एेसे में समय पर भोजन नहंी मिलता है। इससे अनेक प्रकार की परेशानी आती है।
डीआरएम ने लिया स्वाद लगातार हर कर्मचारी से भोजन की शिकायत मिलने पर डीआरएम ने चित्तौडग़ढ़ से आए कर्मचारी राजेंद्रसिंह, विश्वजीतसिंह आदि के साथ भोजन का स्वाद लिया। यहां कर्मचारियों ने कहा कि असल में महिला कर्मचारी है व संसाधन कम है। इनको बढ़ाने की जरुरत है। संसाधन बढऩे पर भोजन समय पर बन पाएगा। इसके बाद संसाधन सहित अन्य सुविधाओं के लिए डीआरएम ने अलग-अलग कार्यो के लिए तीन लाख रुपए मंजूर किए।
गंदगी देख हुए नाराज डीआएम मालगोदाम सहित रेलवे स्टेशन पहुंचे। स्टेशन पर विभिन्न संगठनों के बैनर देखकर नाराजी जताई। यहां तक की मजदूर संघ व यूनियन के पदाधिकारियों को तो हाथो-हाथ फोन लगाकर भविष्य में बैैनर स्टेशन पर नहीं लगाने की बात कह दी। इसके अलावा पार्सल कार्यालय में स्थानीय कर्मचारियों द्वारा सफाई पर ध्यान नहीं देने पर नाराजी जताई। इस दौरान डीआरएम ने मालगोदाम क्षेत्र से जीआरपी थाने तक जाने के मार्ग पर बेहतर निर्माण कार्य करने की बात भी कही।