बता दें कि इस बार आजादी के अमृत महोत्सव पर हर घर तिरंगा लगाया जाएगा। स्वतंत्र दिवस पर पूरे भारत में हर घर तिरंगा फहराया जाएगा। इसको लेकर रतलाम के कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने बताया कि 11 अगस्त से 17 अगस्त के बीच हर घर तिरंगा अभियान के तहत साढ़े 3 लाख भवनों पर तिरंगा लहराया जाएगा। उन्होनें बताया कि इसके लिए अधिकारियों कर्मचारियों के अलावा 80 समाज सेवी संस्थाओं से बैठक कर ली गयी है। कलेक्टर ने बताया कि इसको लेकर सारी तैयारियां कर ली गई है। अब 11 से 17 अगस्त के बीच रतलाम में लाखों तिरंगे की अलग ही तस्वीर नजर आएगी।
पत्रिका : हर घर तिरंगा, क्या है यह पूरा अभियान।
कलेक्टर : शासन की मंशा है कि आजादी के अमृत महोत्सव अंतर्गत तिरंगा अभियान चलाकर 11 अगस्त से लेकर 17 अगस्त तक राष्ट्रध्वज हर घर लहराता रहे। इससे आमजन में राष्ट्र के प्रति भावना जो पहले से है, उसमे और विस्तार हो।
कलेक्टर : शासन की मंशा है कि आजादी के अमृत महोत्सव अंतर्गत तिरंगा अभियान चलाकर 11 अगस्त से लेकर 17 अगस्त तक राष्ट्रध्वज हर घर लहराता रहे। इससे आमजन में राष्ट्र के प्रति भावना जो पहले से है, उसमे और विस्तार हो।
पत्रिका : साढ़े तीन लाख तिरंगे की व्यवस्था करना कैसे मैनेज होगा।
कलेक्टर : काफी आसान है। तिरंगा सिर्फ अभियान नहीं है। राष्ट्र प्रेम हमारी आत्मा में बसा है। सात समुंदर पार कही भारत का कोई खिलाड़ी जब अन्य देश में खेल रहा होता है तो हम मन में ही प्रार्थना करते है, अपना देश विजय हो। यही राष्ट्र प्रेम है। यह आत्मा में बसा हुआ है। बस इस प्रेम को ही तिरंगा के साथ घर – घर पर लगाना है। इसके लिए कई संगठन आगे आए है, बल्कि कई स्व सहायता समूह शासन की प्रेरणा से तिरंगा बना रहे है। हमने तो बस अपील की है।
कलेक्टर : काफी आसान है। तिरंगा सिर्फ अभियान नहीं है। राष्ट्र प्रेम हमारी आत्मा में बसा है। सात समुंदर पार कही भारत का कोई खिलाड़ी जब अन्य देश में खेल रहा होता है तो हम मन में ही प्रार्थना करते है, अपना देश विजय हो। यही राष्ट्र प्रेम है। यह आत्मा में बसा हुआ है। बस इस प्रेम को ही तिरंगा के साथ घर – घर पर लगाना है। इसके लिए कई संगठन आगे आए है, बल्कि कई स्व सहायता समूह शासन की प्रेरणा से तिरंगा बना रहे है। हमने तो बस अपील की है।
पत्रिका : अभियान के लिए अब तक क्या – क्या हो गया है।
कलेक्टर : जिले के युवाओं को साथ लेकर बात की है। विभिन्न सामाजिक संगठनों से बात की है। यहां तक की विभिन्न समाज के धर्मगुरुओं से भी बात की गई। सभी इस बात पर सहमत है कि हर घर तिरंगा अभियान को सफल करना है।
कलेक्टर : जिले के युवाओं को साथ लेकर बात की है। विभिन्न सामाजिक संगठनों से बात की है। यहां तक की विभिन्न समाज के धर्मगुरुओं से भी बात की गई। सभी इस बात पर सहमत है कि हर घर तिरंगा अभियान को सफल करना है।
पत्रिका : पर शहर में आजादी के बाद जिस गोल चक्कर में सबसे पहले तिरंगा लहराया गया था, उसको लेकर कोई योजना नहीं बन पा रही है।
कलेक्टर : इस बारे में जानकारी मिली है। इसके लिए जनप्रतिनिधियों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आदि से बात कर योजना बनाई जाएगी।
कलेक्टर : इस बारे में जानकारी मिली है। इसके लिए जनप्रतिनिधियों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आदि से बात कर योजना बनाई जाएगी।
पत्रिका : आपको नहीं लगता, जहां आजादी के लिए आंदोलन हुआ, जहां आजादी के बाद सबसे पहले तिरंगा लहराया गया, वहां भी कुछ होना चाहिए।
कलेक्टर : बिल्कुल होना चाहिए। तिरंगा लहराने को कोई रोक नहीं है, बस ध्वज को लेकर जो नियम है, उसका पालन होना चाहिए। बताया गया है कि गोल चक्कर में स्वच्छता बेहतर नहीं है, वो करवाई जाएगी।
कलेक्टर : बिल्कुल होना चाहिए। तिरंगा लहराने को कोई रोक नहीं है, बस ध्वज को लेकर जो नियम है, उसका पालन होना चाहिए। बताया गया है कि गोल चक्कर में स्वच्छता बेहतर नहीं है, वो करवाई जाएगी।