एक मई से चलेगी ट्रेन, इन स्टेशन पर होगा ठहराव कोरोना की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए तथा इस लोक डाउन में विभिन्न शहरों में फंसे हुए श्रमिकों के लिए गृह मंत्रालय के निर्देश अनुसार रेल मंत्रालय और राज्य के मुख्यमंत्री के परस्पर प्लानिंग के बाद श्रमिक एक्सप्रेस चलाने की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल पर इंदौर स्टेशन पर ट्रेन परिचालन होने से पहले मजदूर यात्रियों की सोशल डिस्टेंसिंग के लिए सर्कुलेटिंग एरिया में करीब 500 से 600 यात्रियों के लिए मार्किंग किया गया है। इसके साथ ही प्लेटफार्म पर भी ट्रेन में चढऩे से पहले के लिए भी मार्र्किंग किया गया है। जिससे सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सभी श्रमिक सुरक्षित ट्रेन में अपना स्थान ग्रहण करें और अपने घर तक पहुंचने के लिए रवाना हो। इस सोशल डिस्टेंसिंग मार्र्किंग का व बड़ी बैरिकेडिंग के द्वारा व्यवस्था का रेलवे सुरक्षा बल याने की आरपीएफ और जीआरपी के द्वारा शनिवार को निरीक्षण किया गया।
लॉकडाउन – 2.0 : 3 मई के बाद भी करना पड़ सकता है ट्रेन और प्लेन में सफर के लिए इंतजार सुरक्षा करना बड़ी बात बता दे कि श्रमिकों के लिए जो ट्रेन चलेगी उसके नियम काफी कडे़ है। इन श्रमिकों के स्वास्थ्य की जांच कई चरण में होगी। इसमे रतलाम रेल मंडल में इंदौर में जहां जहां आसपास के गांव से मजदूर आएंगे उनके स्वास्थ्य का परीक्षण होगा। पश्चिम रेलवे ने रेल मंडल को इंदौर स्टेशन पर 5 रैक याने की पांच जोड़ी ट्रेन को आपात स्थिति में चलाने के लिए तैयार रखने को कहा है। यह ट्रेन किस तारीख को चलेगी, फिलहाल यह तय नहीं है, लेकिन 5 जोड़ी ट्रेन के प्रत्येक ट्रेन में 22 से 24 डिब्बे हो सकते है। शुरुआत में 20 स्लीपर, 2 जनरल, 2 एसएलएस डिब्बे तैयार करने को कहा गया है। अप्रवासी मजदूरों को घर छोडऩे के लिए ही यह ट्रेन चलाई जाएगी।