रतलाम-लक्ष्मीबाई नगर-इंदौर रेल लाइन पर विद्युतिकरण कार्य की मंजूरी रेलवे ने 2017 में दी थी। 15 फरवरी 2018 को इस रेल लाइन पर कार्य होने का आदेश टेंडर आदि होने के बाद दिया गया। 120 करोड़ रुपए की इस योजना में कार्य को पूरा करने का लक्ष्य अक्टूबर माह का रखा गया है, लेकिन जिस गति से कार्य चल रहा है, उससे ये माना जा रहा है कि आगामी चार से पांच माह में ये कार्य पूरा हो जाएगा।
महू-खंडवा सेक्शन में भी होगा
रतलाम से लेकर इंदौर-महू होते हुए खंडवा तक विद्युतिकरण का कार्य किया जाएगा। इसके लिए रेलवे ने 138 किमी लंबे रेलवे मार्ग पर विद्युतिकरण के लिए 127082 करोड़ रुपए मंजूर किए है। इस रेल सेक्शन पर भी कार्य शुरू हो गया है, लेकिन इसकी गति फिलहाल कमजोर है। इसी प्रकार रतलाम से नीमच होते हुए चंदेरिया के रास्ते कोटा तक विद्युतिकरण कार्य चल रहा है।
रतलाम से लेकर इंदौर-महू होते हुए खंडवा तक विद्युतिकरण का कार्य किया जाएगा। इसके लिए रेलवे ने 138 किमी लंबे रेलवे मार्ग पर विद्युतिकरण के लिए 127082 करोड़ रुपए मंजूर किए है। इस रेल सेक्शन पर भी कार्य शुरू हो गया है, लेकिन इसकी गति फिलहाल कमजोर है। इसी प्रकार रतलाम से नीमच होते हुए चंदेरिया के रास्ते कोटा तक विद्युतिकरण कार्य चल रहा है।
यात्रियों को इस तरह होगा लाभ
चित्तौडग़ढ़ से नीमच-मंदसौर के रास्ते रतलाम होते हुए इंदौर-महू तक विद्युतिकरण होने के बाद बड़ा लाभ ये होगा कि इस समय जो ट्रेन डीजल से चलती है, वो बिजली के इंजन से चलेगी। इससे कम समय से अधिक दूरी की यात्रा पूरी होगी। इससे यात्रियों को कम समय में अधिक दूरी की यात्रा का लाभ मिलेगा। डीजल इंजन से चलती है व उनका इंजन बार-बार बदलना होता है, उस परेशानी से मुक्ति मिलेगी।
चित्तौडग़ढ़ से नीमच-मंदसौर के रास्ते रतलाम होते हुए इंदौर-महू तक विद्युतिकरण होने के बाद बड़ा लाभ ये होगा कि इस समय जो ट्रेन डीजल से चलती है, वो बिजली के इंजन से चलेगी। इससे कम समय से अधिक दूरी की यात्रा पूरी होगी। इससे यात्रियों को कम समय में अधिक दूरी की यात्रा का लाभ मिलेगा। डीजल इंजन से चलती है व उनका इंजन बार-बार बदलना होता है, उस परेशानी से मुक्ति मिलेगी।
यात्रियों को मिलेगा लाभ &रेल लाइन पर विद्युतिकरण योजना को जल्दी से जल्दी कार्य पूरा करने का प्रयास जारी है। इसके लिए समय-समय पर निरीक्षण भी किया जा रहा है। यात्रियों की सुविधा के लिए जल्दी से बिजली इंजन से चलने वाली ट्रेन का लाभ मिले, इसके प्रयास है।
– आरएन सुनकर, मंडल रेल प्रबंधक
– आरएन सुनकर, मंडल रेल प्रबंधक