जरूर पढे़ं ये खबर 3 जून खास दिन, क्योकि…https://www.patrika.com/ratlam-news/shani-jayanti-vat-savitri-somvati-amavasya-sarvartsiddhi-amrit-yoga-4617886/ केरल की प्रसिद्ध तंडी ज्योतिष विद्या के जानकार वीरेंद्र रावल के अनुसार तुला लग्न में शपथ होगी। लग्न के दौरान लग्नेश शुक्र मेष राशि में रहेगा व लग्न पर उसकी नजर रहेगी। इस अनुसार मजबूत कदम देश के लिए उठाए जाएंगे। नवम भाव में मंंगल के साथ राहु का होना व इस पर शनि के साथ केतु की दृष्टि आमजन को विचलीत करती रहेगी, लेकिन धर्म के मामलों में ये सरकार तेजी से निर्णय लेगी। कोर्ट से अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण का विवाद भी सकारात्मक तरीके से होगा। देश में आतंकी घटनाएं बढेग़ी, भूकंप से लेकर ज्वालामुखी फटने की घटनाएं होगी। बाढ़ व तबाही होगी।
पूर्व राज परिवार के ज्योतिषी ये कहते रतलाम के पूर्व राज परिवाार के ज्योतिषी रहे अभिषेक जोशी के अनुसार चुनाव या संसद का कारक तीसरा व पंचम भाव रहता है। तीसरे भाव में देवगुरु की राशि धनु है। पंचम भाव का स्वामी शनि है। इसका मतलब साफ है, अब तक जिन अपराधियों को दंड नहीं मिला, उनको अगले तीन वर्ष में कड़ा दंड मिलेगा। कड़ा दंड इसलिए, क्योकि शनि पर मंगल की दृष्टि है। बड़ी बात नहीं, पड़ोसी राष्ट्र का विभाजन हो व भारत के बडे़ अपराधियों को मृत्यु दंड भी मिले, क्योकि जननायक या जनता के कारक शनि के साथ केतु की उपस्थिति है। शपथ के समय बुध की महादशा व 30 मई 2021 तक उसमे गुरु की अंतरदशा है। ये समय जरूर कुछ हद तक भारत के लिए परेशान करने वाला रहेगा, लेकिन इस समय के बीच ही भारत बड़ी कार्रवाई हर मोर्चे पर करेगा।
रिक्ता नक्षत्र है रतलाम के एक अन्य ज्योतिषी एनके आनंद के अनुसार एकदशी तिथि के दिन शपथ होना ही शुभ है। लेकिन इस समय रात 11 बजकर 3 मिनट तक रेवती नक्षत्र का होना आगामी समय में किसी बडे़ नेता को गंभीर बीमारी होने का संकेत दे रहा है। संभवत ये बीमारी बंगाल से जुडे़ नेता को होगी। इसके अलावा दोपहर 3 बजकर 35 मिनट से लेकर शाम 4 बजकर 29 मिनट तक दुष्ट मुहूर्त रहेगा। इसका साफ मतलब है की जो लोग दुष्ट प्रवृति के है वो अनेक तरह की योजना बनाकर भारत सरकार की राह में रोड़ा बनने का असफल प्रयास करेंगे।
खेलो पत्रिका flash bag NaMo9 contest और जीतें आकर्षक इनामhttp://flashbag.patrika.com बड़ी बात ये है की इस दिन वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला, मकर व मीन राशि वालों के लिए समय बेहतर है। पीएम मोदी की कुंडली में भी तुला लग्न है व दूसरे भाव में मंगल व चंद्रमा की उपस्थिति है। ये योग भारत के लिए अगले पांच वर्ष में आर्थिक से लेकर शिक्षा, स्वास्थ्य, आंतरिक व बाहरी सुरक्षा के मामलों में उम्मीद से अधिक बेहतर रहेगा।