VIDEO यात्री ट्रेन चलाने से पहले रेलवे ने जारी की पांच शर्ते विभाग ने 200 लोग को क्वारेंटाइन किया
वहीं दूसरी और स्वास्थ्य विभाग के अमले ने पुलिस-प्रशासन के साथ मिलकर मृतक के जनाजे में शामिल लोगों के साथ उनके संपर्क में आए करीब 200 लोगों को बुधवार दोपहर से गुरुवार रात तक पकड़कर कर क्वारेंटाइन वार्ड में भर्ती किया है। अब इन सभी लोगों के सैंपल भी जांच के लिए एकत्र किए जाएंगे, जिन्हे जांच के लिए इंदौर भेजा जाएगा। टीम ने मृतक के जनाजे में शामिल नगर निगम के एक कर्मचारी व उसके परिवार के साथ वह बीते चार दिनों से जिनके संपर्क में आया है, उन्हें भी क्वारेंटाइन किया गया है। उक्त कर्मचारी महावीर नगर में रहता था। वहीं मित्र निवास रोड पर रहने वाले एक वाहन चालक व उसके परिवार व पास के कुछ परिवार के लोगों को भी क्वारेंटाइन किया गया है।
वहीं दूसरी और स्वास्थ्य विभाग के अमले ने पुलिस-प्रशासन के साथ मिलकर मृतक के जनाजे में शामिल लोगों के साथ उनके संपर्क में आए करीब 200 लोगों को बुधवार दोपहर से गुरुवार रात तक पकड़कर कर क्वारेंटाइन वार्ड में भर्ती किया है। अब इन सभी लोगों के सैंपल भी जांच के लिए एकत्र किए जाएंगे, जिन्हे जांच के लिए इंदौर भेजा जाएगा। टीम ने मृतक के जनाजे में शामिल नगर निगम के एक कर्मचारी व उसके परिवार के साथ वह बीते चार दिनों से जिनके संपर्क में आया है, उन्हें भी क्वारेंटाइन किया गया है। उक्त कर्मचारी महावीर नगर में रहता था। वहीं मित्र निवास रोड पर रहने वाले एक वाहन चालक व उसके परिवार व पास के कुछ परिवार के लोगों को भी क्वारेंटाइन किया गया है।
रतलाम की घटना के बाद इंदौर कलेक्टर का बड़ा निर्णय कोरोना संदिग्ध व्यक्ति की मौत जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती एक और कोरोना संदिग्ध व्यक्ति की मौत हो गई है। युवक को २ अप्रैल को भर्ती किया गया था। तब से उसका उपचार चल रहा था, गुरुवार को उसकी मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कोरोना की जांच रिपोर्ट नहीं आने के चलते शव को सुरक्षित रख दिया है। वहीं चार अन्य संदिग्धों के शव भी अब तक रखे हुए है, उनकी जांच रिपोर्ट भी अब तक नहीं आने के चलते शव यहीं रखे हुए है। इंदौर से कोरोना पॉजिटिव का शव लाने के दौरान रतलाम जिले व शहर की सीमा में एक नहीं बल्कि तीन वाहनों ने प्रवेश किया था। इस दौरान जिले की सीमा और शहर की सीमा के चेकिंग प्वाइंट पर बैठे जिम्मेदार अधिकारियों ने आंखें मूंद रखी थी जिसके चलते यह बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। जिस कारण से रतलाम आज कोरोना के खतरे से जूझ रहा है। शहर में आए इन तीनों में से एक भी वाहन का नंबर तक अधिकारियों ने दर्ज नहीं किया था।