रेलवे की नेतागिरी छोड़ो या नौकरी, बैठक में लिया निर्णय ट्रेन के इस डिब्बे में सवार यात्रियों के अनुसार नागदा से जब ट्रेन दोपहर करीब 2 बजे चली तो कुछ देर बाद धूआं अंदर की तरफ आने लगा। इसके बाद जब देखा तो नजर आया कि चलती ट्रेन में डिब्बे के आगे व पीछे के व्हील में से हल्की आग व धुआं है। इसके बाद ट्रेन की जंजीर खींची गई। ट्रेन के गार्ड व इंजन चालक ने रेलवे नियंत्रण कक्ष में मामले की सूचना दी। इसके बाद मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने व्हील में सुधार कार्य किया और ट्रेन को आगे रवाना किया गया।
कमलनाथ सरकार का बड़ा निर्णय, गांव गांव में खुशी की लहर रतलाम से गए तकनीकी विशेषज्ञ
रतलाम से तकनीकी विशेषज्ञों को मौके पर भेजा गया। रेलवे के सीएमआई संजय वशिष्ट, नागदा के यातायात निरीक्षक आरएन मीणा ने पांच अग्निशमन यंत्रों की मदद से आग पर काबू पाया। सीएनडब्ल्यू विभाग के एसएससी आलोक कुमार के नेतृत्व में कर्मचारियों का दल भी घटना स्थल पर पहुंचा। इसके बाद ट्रेन के इस डिब्बे की जांच हुई।
रतलाम से तकनीकी विशेषज्ञों को मौके पर भेजा गया। रेलवे के सीएमआई संजय वशिष्ट, नागदा के यातायात निरीक्षक आरएन मीणा ने पांच अग्निशमन यंत्रों की मदद से आग पर काबू पाया। सीएनडब्ल्यू विभाग के एसएससी आलोक कुमार के नेतृत्व में कर्मचारियों का दल भी घटना स्थल पर पहुंचा। इसके बाद ट्रेन के इस डिब्बे की जांच हुई।
ट्रेन का करना होगा इंतजार, क्योंकि धीमी चल रही यह परियोजनाएं एक घंटा लगा सुधार में
पटना से अहमदाबाद जा रहा हूं। नागदा में बाद ट्रेन के अंदर पहले धुआं आया। इसके बाद जब देखा तो आग व्हील में लगी हुई थी। इसके बाद जंजीर को खींचा। करीब एक घंटे से अधिक समय तक ट्रेन को रोककर रखरखाव किया गया।
– ट्रेन के ए-1 डिब्बे में सवार धटना के प्रत्यक्षदर्शी यात्री शमशाद खान
पटना से अहमदाबाद जा रहा हूं। नागदा में बाद ट्रेन के अंदर पहले धुआं आया। इसके बाद जब देखा तो आग व्हील में लगी हुई थी। इसके बाद जंजीर को खींचा। करीब एक घंटे से अधिक समय तक ट्रेन को रोककर रखरखाव किया गया।
– ट्रेन के ए-1 डिब्बे में सवार धटना के प्रत्यक्षदर्शी यात्री शमशाद खान
सूचना मिलते ही काबू पाया रेलवे के कर्मचारियोंं ने सूचना मिलते ही घटना के कारणों पर काबू पाया। कई बार ब्रेक के रबड़ आपस में रगड़ते है तो इस प्रकार की घटना होती है। समय रहते इस पर काबू पा लिया गया।
– जेके जयंत, जनसंपर्क अधिकारी, रतलाम रेल मंडल
– जेके जयंत, जनसंपर्क अधिकारी, रतलाम रेल मंडल