रेलवे का करोड़ों यात्रियों के लिए खुश करने वाला निर्णय रेलवे में अब कर्मचारी ने परिवार के भरण पोषण करने से इंकार किया तो कानून की जद में जो कार्रवाई होती है वो अलग, लेकिन रेलवे भी अपने इस प्रकार के कर्मचारी को सजा देगा। इसके लिए आदेश मंडल में पहुंच गए है। सजा के रुप में कर्मचारी की वेतन वृद्धि को रोक दिया जाएगा। इस समय मंडल में 13 हजार कर्मचारी इस प्रकार के है जो अपने परिवार के साथ रहते है।
पांच घंटे का ब्लॉक, ट्रेन निरस्त, कई देरी से पहले तय नहीं था सजा का स्वरुप तय कुछ समय पूर्व रेलवे ने आदेश जारी करके कहा था कि प्रत्येक रेल कर्मचारी को अपने परिवार को भरण पोषण करना अनिवार्य है, लेकिन इस आदेश को नहीं मानने पर सजा क्या होगी इस बारे में आदेश जारी नहीं किए गए थे। अब रेलवे ने इस बारे में आदेश जारी कर दिए है। पहले रेलवे बोर्ड व बाद में पश्चिम रेलवे के ताजा आदेश के मुताबिक कर्मचारी अगर अपने माता – पिता या आश्रित को रखने से इंकार करता है या अन्य कोई मदद नहीं करता है तो शिकायत होने पर तुरंत वेतन वृद्धि रोक दी जाएगी। इसके अलावा इस प्रकार के कर्मचारी की काउंसलिंग भी की जाएगी।
एमपी में यहां भाजपा को पटकनी, कांग्रेस की जीत अलग- अलग योजना चलती है असल में रेलवे कर्मचारियों के साथ साथ उनके परिवार के लिए अलग-अलग समय पर विभिन्न प्रकार की योजनाएं बनाता है। इसमे स्कूली छात्रावृत्ति से लेकर स्वास्थ्य की जांच आदि शामिल है। अब यह आदेश जारी कर दिया गया है। इसका दूरगामी सकारात्मक परिणाम होगा। इस मामले में यह साफ लिखा हुआ है कि शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। करीब चार वर्ष पूर्व एक मामला इस प्रकार का आया था जब दाहोद में एक रेल कर्मचारी ने अपनी पत्नी को साथ रखने से इंकार कर दिया था। अब इस प्रकार के मामले सामने आने पर कर्मचारी पर कार्रवाई रेलवे भी करेगा।
मां सिसकती रही, बेटे ने कर दिया एेसा काम, की पढ़कर आप भी रो देंगे शिकायत पर कार्रवाई इस प्रकार के मामलों में अगर कोई शिकायत आएगी तो पहले समझाया जाएगा। नहीं मानने पर वेतनवृद्धि रोकने का दंड मिलेगा।
– जेके जयंत, जनसंपर्क अधिकारी, रतलाम रेल मंडल
– जेके जयंत, जनसंपर्क अधिकारी, रतलाम रेल मंडल