शहर में नगर निगम रोड पर पड़े मलबे को जब्त करने का अभियान चलाए हुए है, लेकिन इसमे आम व खास व्यक्ति में भेद किया जा रहा है। नगर निगम के उपयंत्री मनीष तिवारी पूर्व मंत्री हिम्मत कोठारी के करीबी रिश्तेदार ललीत कोठारी की महू रोड स्थित दुकान पर नोटिस लेकर पहुंचे व मलबा जब्त करने लगे। इस दौरान देर तक बहस हुई व बाद में प्रशासकीय अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद वापस लौट गए। इस दौरान पूर्व मंत्री हिम्मत कोठारी भी पहुंच गए थे व उन्होंने कलेक्टर से भी बात की। प्रत्यक्षदर्शियो के अनुसार इस दौरान तिवारी व ललीत कोठारी के बीच गर्मागर्म बहस हुई।
वापस लौटाया जब्त किया मलबा शाम करीब 6 बजे बाद निगम के उपयंत्री तिवारी महू रोड स्थित ललीत कोठारी की दुकान पर पहुंचे। यहां पर निर्माण कार्य चल रहा है। मलबा दुकान के बाहर पड़ा हुआ है। उपयंत्री तिवारी का कहना था कि मलबा रोड पर होना गलत है। जबकि ललीत कोठारी का कहना था कि मलबा टैक्स दिया है तो मलबा दुकान के बाहर है पर रोड पर नहीं है। इस बीच दोनों के बीच गर्मागर्म बहस हुई व आसपास के दुकानदार भी आ गए। इस बीच किसी ने पूर्व मंत्री कोठारी को सूचना दे दी। इसके बाद कोठारी ने कलेक्टर को फोन लगाकर पूरे मामले से अवगत कराया। इसके बाद उपयंत्री तिवारी के पास निगम आयुक्त का फोन आया व तिवारी ने जब्त किया हुआ मलबा खाली करवाया व जो नोटिस का दस्तावेज दिया वो वापस लिया।
शहर में गलत व्यवहार कर रहे है
शहर में निगम के कर्मचारी गलत व्यवहार कर रहे है। उनके बोलने का तरीका ही गलत है। जब वे कारोबारी के साथ इस प्रकार व्यवहार कर सकते है तो समाज के कमजोर व्यक्क्ति के साथ उनके व्यवहार को समझा जा सकता है।
शहर में निगम के कर्मचारी गलत व्यवहार कर रहे है। उनके बोलने का तरीका ही गलत है। जब वे कारोबारी के साथ इस प्रकार व्यवहार कर सकते है तो समाज के कमजोर व्यक्क्ति के साथ उनके व्यवहार को समझा जा सकता है।
– ललीत कोठारी, कारोबारी
गलतफहमी हो गई होगी
उपयंत्री किसी गलतफहमी के चलते गए थे, सूचना मिलने के बाद वापस बुलवा लिया गया।
– सोमनाथ झारिया, आयुक्त नगर निगम