यह पूरा मामला रतलाम के जड़वासा कलां गांव का है। यहां रहने वाले मांगीलाल पाटीदार सोमवार को बालम ककड़ी खरीदकर घर ले गए थे। मंगलवार को पत्नी सहित बेटा-बेटियों ने ककड़ी खाई। जिसके बाद बुधवार को सुबह 5 बजे के करीब सभी लोगों को उल्टियां होने लगी तो उन्हें इलाज के लिए प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। यहां मौजूद डॉक्टरों ने दवा देकर सभी को घर लौटा दिया।
बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात बिगड़ी तबियत
बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात कविता, क्रियांश, दक्षिता और साक्षी की तबियत दोबारा बिगड़ गई। इसके बाद उन्हें इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज ले जाकर भर्ती कराया गया।
क्या है बालम ककड़ी?
बालम ककड़ी मध्यप्रदेश का स्पेशल खीरा है। जो कि रतलाम, उज्जैन सहित एमपी के कई हिस्सों में पाया जाता है। यह मौसमी ककड़ी होती है। जो की शरीर को हाईड्रेट रखने में मदद करती है।