जब से भाजपा ने आंदोलन की शुरुआत की, तब से रतलाम में तो इसकी बिक्री लगातार बढ़ रही है। जनवरी से जून 7 तक के रिकॉर्ड पर नजर डाले तो ये साफ हो जाएगा कि मई व जून में इसकी बिक्री में बढ़ोतरी अचानक हुई है। इसकी वजह अधिकारी भी भाजपा के आंदोलन को मानते है।
एक पोस्टकार्ड भले ही उपभोक्ता को 50 पैसे में मिलता हो, लेकिन इसके निर्माण में वास्तविक लागत करीब 8 रुपए की आती है। एक पोस्टकार्ड सरकार को 8 रुपए में पड़ता है। भाजपा के पोस्टकार्ड के प्रति इस प्रेम पर कांग्रेस ने सवाल भी उठाए है। कांगे्रस के अनुसार ई-मेल के जमाने में पोस्टकार्ड लिखकर पर्यावरण को भाजपा नुकसान ही पहुंचा रही है।
माह कुल बिक्री संख्या
जनवरी 312 करीब।
फरवरी 475 करीब। यह भी पढे़ं -पीएम मोदी सरकार की योजना पर एमपी के इस शहर में ब्रेक, कमलनाथ सरकार पर लगा ये आरोप
मार्च 350 करीब।
अप्रैल 710 करीब।
मई 2700 करीब।
7 जून तक 622 करीब। बढ़ती जा रही संख्या
पोस्टकार्ड मई व जून माह में अधिक बिक्री हुए है। इनकी संख्या में तेजी से प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है। हमको इससे मतलब नहीं है कि इसको कौन व क्यों खरीद रहा है, मई में ये सबसे अधिक 2700 की संख्या में बिके है।
– आरडी कौरव, प्रभारी अधीक्षक, डाक विभाग