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रतलाम

एमएनसी की कॉर्पोरेट लाइफ छोड़कर सुरभि बनीं सध्वी, देखिए लाइव तस्वीरें

एमएनसी की कॉर्पोरेट लाइफ छोड़कर सुरभि बनीं सध्वी, देखिए लाइव तस्वीरें

रतलामApr 19, 2018 / 07:25 pm

harinath dwivedi

jain muni surbhi
मंदसौर. कॉर्पोरेट लाइफ की चमक दमक से दूर शहर में आयोजित एक धार्मिक आयोजन ने शहर में इतिहास रच दिया। इंदौर की रहने वाली सुरभि संघवी साध्वी स्वागत श्रीजी बन गईं। एमबीए पास सुरभि कभी मल्टीनेशनल सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करती थीं। उनका कंपनी में मोटा पैकेज भी था लेकिन उनकी धर्म में एसी रुचि हुई कि उन्होंने सब कुछ छोड़कर साध्वी का रूप धारण कर लिया।
मल्टीनेशनल सॉफ्टवेयर कंपनी ‘इन्पेटसÓ में वे कम्युनिकेशन ट्रेनर थी, पिता निर्मल संघवी एक कंपनी की फाइनेंस शाखा में कार्यरत हैं, और छोटे भाई सौरभ भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र में वैज्ञानिक हैं। इतनी हाईली क्वालीफाइड मुमुक्ष के साध्वी बनने पर यह लोगों में चर्चा का विषय रहा। साध्वी को दीक्षा देेने का कार्यक्रम में आचार्य रामलालजी मसा ने आयोजित करवाया। प्रात 6.30 बजे सूर्योदय के बाद मुमुक्षु सुरभि को दीक्षा ग्रहण करवाई। दीक्षा के बाद सुरभि संघवी साध्वी स्वागतश्रीजी मसा बनी। अब उन्हें स्वागतश्रीजी मसा के नाम से जाना व पहचाना जाएगा।
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केस लोचन के बाद नामकरण
कार्यक्रम शहर के कालाखेत मैदान पर बने पांडाल में संपन्न हुआ। प्रात: 5 बजे से ही लोगों को आना पांडाल में प्रारंभ हो गया था। इस दौरान दीक्षार्थी सुरभि संघवी की आचार्यश्री ने दीक्षा की विधि पूर्ण करवाई। दीक्षा के बाद सुरभि का केशलोच किया गया। इसके बाद आचार्यश्री ने उन्हें साध्वी स्वागतश्रीजी मसा नाम दिया। इस ऐतिहासिक पल के साक्षी हजारों लोग बने। हर कोई इस क्षण को देखकर प्रफुल्लित हो रहा था कि एक एमबीए डिग्रीधारी लड़की कैसे अध्यात्म की ओर चल पड़ी। दीक्षा के उपरांत मुमुक्षु बहन के दादाजी बाबूलाल, पिता निर्मल एवं भाई सौरव ने संबोधित किया।
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109 दीक्षा के बाद नवीन दीक्षार्थी स्वागत श्रीजी मसा साध्वी मंडल में शामिल हुई और आचार्य प्रवरश्री रामलालजी मसा के प्रवचन हुए। कार्यक्रम में श्री साधुमार्गी जैन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयचंद डागा, राष्ट्रीय महामंत्री धर्मेन्द्र आंचलिया, पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रेमचंद वोरा, मप्र अंचल अध्यक्ष राजमल पंवार, संकल जैन समाज के अध्यक्ष सज्जनलाल जैन, विहार सेवा समिति के संयोजक शौकीन मुणत, सांसद सुधीर गुप्ता, विधायक यशपालसिंह सिसौदिया, नपाध्यक्ष प्रहलाद बंधवार, संघ महा प्रभावक सदस्य चित्रेश मेहता, संघ के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनोहरलाल जैन सम्मिलित हुए। दीक्षा के आयोजन के बाद बुधवार को प्रात: 10.30 बजे वर्षीतप के तपस्वीयों के पारणे भी हुए। इस पारणे के आयोजन में देशभर से 108 से अधिक वर्षीतप के तपस्वीयों ने भाग लिया। तपस्वीयों ने गन्ने का रस पीकर पारणा किया।
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आठ राज्यों के श्रावक-श्राविकाएं
मंदसौर में हुए आयोजन में बैंगलौर, चेन्नई, बीकानेर , जयपुर , कोटा , उज्जैन, इंदौर, रतलाम, मुंबई, आगरा , दिल्ली, नागपुर एवं देश के विभिन्न स्थानों से श्रावक श्राविकाएं इस भव्य का आयोजन के लिए मंदसौर आए। कार्यक्रम में साधुमार्गी जैन संघ अध्यक्ष ओमप्रकाश पोरवाल, अरविन्द रूपावत, पुखराज मोगरा, शिखर डूंगरवाल, प्रकाश जैन बडोद वाले, नरेन्द्र चौधरी, पंकज पोरवाल, मनीष पोरवाल, सीमा मोगरा, सविता पटवा, विकास चौधरी उपस्थित थे। इसके साथ ही डॉ योगेन्द्र कोठारी, डॉ सौरभ जैन, डॉ विमला मेहता का भी संघ ने आभार माना। जिन्होंने पांडाल में अपनी चिकित्सीय सेवाएं दी।
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