रेलवे ने मंडल में अपनी आय बढ़ाने व बगैर टिकट वाले यात्रियों के खिलाफ 9 मई से अभियान शुरू किया है। वाणिज्य विभाग द्वारा शुरू किए गए इस अभियान में तीन दिन में 577 यात्री बगैर टिकट मिले है व इनसे अब तक 2 लाख 17 हजार रुपए का अर्थदंड वसूल लिया गया है। असल में रेलवे ने देशभर में बगैर टिकट यात्रियों के खिलाफ अभियान की शुरुआत 9 मई से शुरू किया है। ये अभियान 23 मई तक चलेगा। एक पखवाडे़ तक चलने वाले इस अभियान में वरिष्ठ अधिकारी तक शामिल हो रहे है। अभियान की गंभीरता को इससे समझा जा सकता है कि स्वयं मंडल रेल प्रबंधक आरएन सुनकर इसकी प्रतिदिन शाम को दिनभर की कार्रवाई की समीक्षा कर रहे है।
हर घंटे की ले रहे रिपोर्ट सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक मंडल के विभिन्न सेक्शन में चलने वाली ट्रेन में इस अभियान को चलाया जा रहा है। इसमे रतलाम-मेघनगर, मेघनगर-दाहोद, दाहोद-गोधरा, रतलाम-नागदा, नागदा- उज्जैन, उज्जैन-मक्सी, मक्सी-सीहोर, सीहोर-बैरागढ़, रतलाम-जावरा, जावरा-मंदसौर, मंदसौर-नीमच, नीमच-चित्तौढग़ढ़ तक के सेक्शन शामिल हैै।
ये हो रहे बहाने वाणिज्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार यात्री रुपए से बचने या दंड से बचने के लिए तरह-तरह के बहाने कर रहे है। शनिवार सुबह तो अवध ट्रेन के जनरल कोच में मिले एक बगैर टिकट यात्री के परिवार के अपने छोटे बच्चों कासे आगे कर दिया। परिवार के मुखिया का कहना था की इन बच्चों को पढ़ाना है, इनकी शादी करना है। सेविंग नहीं करेंगे व इस तरह टिकट लेंगे या दंड भरेंगे तो रुपए किस तरह जमा होंगे। इसी तरह दोपहर की देहरादुन ट्रेन में नागदा से रतलाम के बीच एक युवक ने कहा की बस खाते में 72 हजार रुपए आने वाले है, आते ही दंड देने चला आएंगे। फिलहाल छोड़ दिया जाए।
सम्मान के साथ यात्रा करें
किसी भी प्रकार का बहाना हो, अगर टिकट सही नहीं है, गलत टिकट है या अनुचित तरह से यात्रा हो रही है तो दंड तो देन होगा। यात्रियों से अपील है की सही टिकट लेकर सम्मान के साथ यात्रा करें।
किसी भी प्रकार का बहाना हो, अगर टिकट सही नहीं है, गलत टिकट है या अनुचित तरह से यात्रा हो रही है तो दंड तो देन होगा। यात्रियों से अपील है की सही टिकट लेकर सम्मान के साथ यात्रा करें।
– आरएन सुनकर, मंडल रेल प्रबंधक, रतलाम रेल मंडल