बता दे कि जुलाई माह में रेलवे ने इंदौर – फतेहाबाद – रतलाम रेलवे सेक्शन में विद्युतिकरण कार्य किया व अगस्त माह में सीआरएस निरीक्षण करवाकर ट्रेन चलवाने की मंजूरी ली। इस सेक्शन में मालगाड़ी चलने की शुरुआत हो गई है। अब बस मेमू ट्रेन चलाने के लिए सीआरएस की अनुमित की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इन सब के बीच रेल मंडल अब रतलाम से मंदसौर के बीच विद्युतिकरण कार्य को तेज कर दिया है।
जावरा मंदसौर के बीच बाकी बताया जा रहा है कि जावरा से दलोदा के बीच अलग-अलग सेक्शन में कुछ कार्य शेष है। इन कार्यो को करने के लिए ही रेलवे तेजी से इसमे लगा हुआ है। मंडल रेल प्रबंधक आरएन सुनकर भी इस कार्य की प्रतिदिन प्रगति की समीक्षा कर रहे है। यहां तक की अगले सप्ताह पश्चिम रेलवे महाप्रबंधक एके गुप्ता का चित्तौडग़ढ़ से रतलाम विंडो निरीक्षण भी संभावित है। इसलिए मंडल के अधिकारियों का ध्यान या लक्ष्य इसी में है कि वे मंदसौर में सीआरएस एके जैन के प्रस्तावित निरीक्षण के पूर्व कार्य को पूरा करें।
लंबी दूरी की ट्रेन में लाभ
मंदसौर तक सितंबर में कार्य पूरा होने के बाद रेलवे का लक्ष्य अक्टूबर तक नीमच तक विद्युतिकरण कार्य को पूरा करने का है। रेलवे का प्रयास है कि नीमच तक विद्युतिकरण कार्य हो जाए तो इंदौर से बिजली इंजन से चलने वाली यात्री ट्रेन को नीमच तक चलाया जाए। इससे लंबी दूरी की यात्री ट्रेन के यात्रियों को भी लाभ होगा।
मंदसौर तक सितंबर में कार्य पूरा होने के बाद रेलवे का लक्ष्य अक्टूबर तक नीमच तक विद्युतिकरण कार्य को पूरा करने का है। रेलवे का प्रयास है कि नीमच तक विद्युतिकरण कार्य हो जाए तो इंदौर से बिजली इंजन से चलने वाली यात्री ट्रेन को नीमच तक चलाया जाए। इससे लंबी दूरी की यात्री ट्रेन के यात्रियों को भी लाभ होगा।
तेजी से चल रहा कार्य मंडल में विद्युतिकरण कार्य तेजी से चल रहा है। सितंबर तक मंदसौर व अक्टूबर तक नीमच सेक्शन में कार्य पूर्ण हो इसके लिए प्रयासरत है। – आरएन सुनकर, मंडल रेल प्रबंधक