रतलाम से इंदौर व महू तक डेमू ट्रेन में जाने वाले यात्रियों के लिए खुश खबर हैं। रेलवे 1 सितंबर से उनको यात्रा के साथ-साथ नाश्ता भी देने जा रही है। नाश्ते के लिए यात्री को रेलवे दर से भुगतान करना होगा। इसके लिए रेलवे ने टेंडर निकाले है व इसको भरने की अंतिम तारीख 13 अगस्त है। नाश्ते में कचौरी, बिस्किट, चाय व समोसा के साथ गुजरात के खमण को भी शामिल किया गया है।
अवैध फेरी के बाद निर्णय असल में लंबे समय से रेलवे को ये शिकायत मिल रही है कि डेमू ट्रेन में अवैध फेरी हो रही है। इसके लिए आरपीएफ व वाणिज्य विभाग ने अभियान चलाया था। इस अभियान में कुछ लोगों को पकड़ा भी गया, लेकिन लगातार अभियान नहीं होने की वजह से एेसे लोग सक्रिय हो जाते है। डेमू ट्रेन में टीटीई नहीं होने की वजह से एेसे लोगों पर लगाम कसना भी संभव नहीं होता है। इसलिए अब यात्रियों को गुणवत्ता वाला नाश्ता रेलवे उपलब्ध कराएगी।
12 ट्रेन में 18 कर्मचारी वाणिज्य विभाग के अनुसार सुबह 5 बजे बाद से लेकर रात 11 बजे तक 12 डेमू रतलाम से लेकर महू तक चलती है। इसमे रेलवे नौगांवा से लेकर लक्ष्मीबाई नगर तक नाश्ता उपलब्ध कराएगी। इसके लिए निविदा लेले वाले कर्मचारी को 18 कर्मचारी कम से कम लगाना होंगे। इसके अलावा नाश्ता रेलवे द्वारा तय दर से देना होगा।
ये है टेंडर की शर्ते – नाश्ते में गर्म चाय, बिस्किट, समोसा, कचौरी के अलावा खमण देना होगा।
– 12 डेमू में इस कार्य के लिए 18 कर्मचारी नियुक्त करने होंगे। – चयनीत सूची के अलावा अन्य सामग्री की बिक्री नहीं होगी।
– 12 डेमू में इस कार्य के लिए 18 कर्मचारी नियुक्त करने होंगे। – चयनीत सूची के अलावा अन्य सामग्री की बिक्री नहीं होगी।
– ये नाश्ता नौगांवा से लेकर लक्ष्मीबाईनगर तक ही देना होगा।
– नाश्ते को रेलवे स्टेशन पर बिक्री नहीं कर पाएंगे। – निविदा भरने की अंतिम तारीख 13 अगस्त है।
– निविदा भरने वाले को दो वर्ष का आयकर, पैनकार्ड, आधारकार्ड होना जरूरी है।
– नाश्ते को रेलवे स्टेशन पर बिक्री नहीं कर पाएंगे। – निविदा भरने की अंतिम तारीख 13 अगस्त है।
– निविदा भरने वाले को दो वर्ष का आयकर, पैनकार्ड, आधारकार्ड होना जरूरी है।
यात्रियों को होगा बड़ा लाभ डेमू सुबह-सुबह अपडाउन करने वाले यात्रा करते है। इसके अलावा अन्य यात्री भी रहते है। अवैध फेरी रोकने व बेहतर नाश्ता उपलब्ध कराने के लिए ये योजना शुरू की जा रही है। ये प्रायोगिक रुप से छह माह तक रहेगी। सफल रहने पर इसको अन्य ट्रेन में भी लागू किया जाएगा।
– जेके जयंत, जनसंपर्क अधिकारी, रतलाम रेल मंडल
– जेके जयंत, जनसंपर्क अधिकारी, रतलाम रेल मंडल