देखें VIDEO रतलाम में शहर काजी के घर सत्याग्रह आंदोलन शुरू इस समय रेलवे स्टेशन के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर मिलाकर 36 मोबाइल चार्ज पाइंट है। इनमे से 6 पाइंट खराब पडे़ है। बारिश के दिनों में जब पानी रिसता है तब यह मोबाइल चार्ज पाइंट पर प्लग लगाना खतरनाक रहता है। इसके अलावा इनको बनाने में रेलवे प्रति पाइंट करीब 50 – 60 हजार रुपए का व्यय लगाने पर एक बार करता है। इसके बाद भी कई बार विभिन्न चार्जर इनमे लगते नहीं है या लग जाए तो काम नहीं करते।
एमपी में यहां भाजपा को पटकनी, कांग्रेस की जीत अब कर रही रेलवे यह काम
अब रेलवे कियोस्क सेंटर की शुरुआत करने जा रही है। इसके अंतर्गत रतलाम में 2, उज्जैन में 2 व इंदौर में 8 सेंटर विभिन्न प्लेटफॉर्म पर खोलने जा रही है। डिजिटल विज्ञापन से इन सेंटर को चलाने वालों की आय होगी, बदले में यह रेलवे को प्रतिवर्ष 1.28 लाख रुपए देंगे। यह सेंटर रेलवे ने खोलने के लिए निजी हाथ में दो वर्ष के लिए दिया है। यह प्रयोग सफल रहने पर इनको अन्य स्टेशन पर खोला जाएगा।
अब रेलवे कियोस्क सेंटर की शुरुआत करने जा रही है। इसके अंतर्गत रतलाम में 2, उज्जैन में 2 व इंदौर में 8 सेंटर विभिन्न प्लेटफॉर्म पर खोलने जा रही है। डिजिटल विज्ञापन से इन सेंटर को चलाने वालों की आय होगी, बदले में यह रेलवे को प्रतिवर्ष 1.28 लाख रुपए देंगे। यह सेंटर रेलवे ने खोलने के लिए निजी हाथ में दो वर्ष के लिए दिया है। यह प्रयोग सफल रहने पर इनको अन्य स्टेशन पर खोला जाएगा।
मां सिसकती रही, बेटे ने कर दिया एेसा काम, की पढ़कर आप भी रो देंगे यहां भी खोलेंगे यह पाइंट रेलवे के वाणिज्य विभाग के अनुसार रतलाम, इंदौर व उज्जैन में इनको तीन माह प्रयोग के रुप में देखा जाएगा। यह सफल रहने पर इनको चित्तौडग़ढ़, नीमच, मंदसौर, डॉ. अंबेडरकर स्टेशन, दाहोद, नागदा, सीहोर व बडऩगर सहित जावरा में खोला जाएगा।
VIDEO मंदसौर नीमच में CAA NRC के विरोध में मुस्लिम सड़क पर उतरे IMAGE CREDIT: patrika नए वर्ष में होगी शुरुआत इन कियोस्क सेंटर को नए वर्ष तक शुरू कर दिया जाएगा। यात्रियों को यहां पर मोबाइल, लैपटॉप व कैमरा की बेट्री को चॉर्ज करने की सुविधा नि:शुल्क मिलेगी।
– विनीत गुप्ता, मंडल रेल प्रबंधक, रतलाम
– विनीत गुप्ता, मंडल रेल प्रबंधक, रतलाम