रेलवे बंद करेगी इन ट्रेन को, आपके शहर की भी ट्रेन शामिल रतलाम जिले के जावरा एक महिला बीमार होने पर स्थानीय चिकित्सकों के पास गई। महिला को चिकित्सक ने कोरोना का संदिग्ध मानते हुए रतलाम मेडिकल कॉलेज में जांच की सलाह दी। महिला को एक बार १४ दिन के लिए क्वारंटीन कर दिया गया। इस बीच जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई। इसके बाद महिला को उसके घर भेज दिया गया। इसके बाद जब फिर महिला की तबियत खराब हुई तो फिर से मेडिकल कॉलेज लाया गया। इसके बाद फिर से महिला को भर्ती करते हुए जांच क गई। एक बार फिर से महिला की रिपोर्ट नेगेटिव ही आई।
अपने घर का सपना होगा पूरा रिपोर्ट नेगेटिव, और हो गई मौत
इन सब के बीच जब रतलाम के मेडिकल कॉलेज में महिला भर्ती रही, रिपोर्ट नेगेटिव आई। नियम कहता है कि रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद महिला को छूट्टी दे देना चाहिए थी, लेकिन यह नहीं हुआ। इस बीच परिवार के सदस्यों ने फोन लगाकर मां से बात करने की इच्छा प्रकट की, लेकिन मेडिकल कॉलेज के प्रशासन ने व्यस्तता की बात कहते हुए बात कराने से भी इंकार कर दिया। इसी बीच मां की मौत हो गई।
इन सब के बीच जब रतलाम के मेडिकल कॉलेज में महिला भर्ती रही, रिपोर्ट नेगेटिव आई। नियम कहता है कि रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद महिला को छूट्टी दे देना चाहिए थी, लेकिन यह नहीं हुआ। इस बीच परिवार के सदस्यों ने फोन लगाकर मां से बात करने की इच्छा प्रकट की, लेकिन मेडिकल कॉलेज के प्रशासन ने व्यस्तता की बात कहते हुए बात कराने से भी इंकार कर दिया। इसी बीच मां की मौत हो गई।
48 घंटो में भारी बारिश की चेतावनी, देर रात भी हुई वर्षा अंतिम दर्शन भी नहीं कर पाए
परिवार के सदस्य अपनी मां के अंतिम दर्शन भी नहीं कर पाए। मौत की सूचना मिलने पर जब परिवार अंतिम क्रिया का सामान लेकर पहुंचा तो उनको रोक दिया गया। महिला का अंतिम संस्कार कोरोना वायरस के मरीज के प्रोटोकॉल के अनुसार किया गया। परिवार के सदस्य इस बात से नाराज है कि उनको मां के अंतिम दर्शन नहीं करने दिए गए। इसी बीच पूरे मामले की कलेक्टर को शिकायत हुई तो कलेक्टर रुचिका चौहान ने जांच के आदेश दिए है।
परिवार के सदस्य अपनी मां के अंतिम दर्शन भी नहीं कर पाए। मौत की सूचना मिलने पर जब परिवार अंतिम क्रिया का सामान लेकर पहुंचा तो उनको रोक दिया गया। महिला का अंतिम संस्कार कोरोना वायरस के मरीज के प्रोटोकॉल के अनुसार किया गया। परिवार के सदस्य इस बात से नाराज है कि उनको मां के अंतिम दर्शन नहीं करने दिए गए। इसी बीच पूरे मामले की कलेक्टर को शिकायत हुई तो कलेक्टर रुचिका चौहान ने जांच के आदेश दिए है।