देश में 5 सितंबर शिक्षक दिवस के तौर पर मनाया जाता है। इस दिन भारत के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म दिन होता है। उन्हें भारतीय संस्कृति के संवाहक, प्रख्यात शिक्षाविद्, महान दार्शनिक और एक आस्थावान हिन्दू विचारक के तौर पर जाना जाता है। मध्यप्रदेश के रतलाम में सुबह से Teachers Day 2019 का उत्साह है। स्कूल के छोटे बच्चे अपनी टीचर के यहां पर जाकर बुके दे रहे है तो कुछ चॉकलेट्स दे रहे है। भारतीय संस्कृति में गुरु का स्थान सबसे ऊंचा है, इसे भगवान से भी ऊपर बताया गया है। कहा गया है गुरु के बिना जीवन में हमेशा अंधकार होता है। गुरु ही हमें ज्ञान रुपी उजाले से रुबरु कराते है। गुरू से हम ईश्वर तक का साक्षात्कार कर सकते हैं।
विश्व शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर को
इस बात की जानकारी कम को होगी कि भारत सहित दुनिया के 100 से ज्यादा देशों में अलग-अलग तारीख पर शिक्षक दिवस मनाया जाता है। हालांकि विश्व शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर को मनाया जाता है। आज इस शिक्षक दिवस पर आप भी अपने गुरु को दें सम्मान। मध्यप्रदेश के रतलाम में सुबह से Teachers Day 2019 का उत्साह है। स्कूल के छोटे बच्चे अपनी टीचर के यहां पर जाकर बुके दे रहे है तो कुछ चॉकलेट्स दे रहे है।
इस बात की जानकारी कम को होगी कि भारत सहित दुनिया के 100 से ज्यादा देशों में अलग-अलग तारीख पर शिक्षक दिवस मनाया जाता है। हालांकि विश्व शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर को मनाया जाता है। आज इस शिक्षक दिवस पर आप भी अपने गुरु को दें सम्मान। मध्यप्रदेश के रतलाम में सुबह से Teachers Day 2019 का उत्साह है। स्कूल के छोटे बच्चे अपनी टीचर के यहां पर जाकर बुके दे रहे है तो कुछ चॉकलेट्स दे रहे है।
शिक्षक से जुड़े ये दोहे और पक्तियां एक गुरु जो अपने शिष्यों को सीखने के लिए प्रेरित किये बिना ही सीखाता है वह ठंडे लोहे पर चोट करने के समान है। – होरेस मेन
मैं जीने के लिए अपने पिता का ऋणी हूँ, पर अच्छे से जीने के लिए अपने गुरु का- अलेक्जेंडर द ग्रेट
टेक्नोलॉजी सिर्फ एक उपकरण है. बच्चों को प्रेरित करने के लिए शिक्षक सबसे महत्त्वपूर्ण है। – बिल गेट्स
टेक्नोलॉजी सिर्फ एक उपकरण है. बच्चों को प्रेरित करने के लिए शिक्षक सबसे महत्त्वपूर्ण है। – बिल गेट्स
अपने छात्रों में सृजनात्मक भाव और ज्ञान का आनन्द जगाना एक शिक्षक का सबसे महत्वपूर्ण गुण है।– अल्बर्ट आइंस्टीन गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु गुरुर्देवो महेश्वर
गुरुर्शाक्षात परब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नम:। गुरू गोविन्द दोऊ खड़े, काके लागूं पांय।
बलिहारी गुरू अपने गोविन्द दियो बताय।।
कबीरदास
गुरुर्शाक्षात परब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नम:। गुरू गोविन्द दोऊ खड़े, काके लागूं पांय।
बलिहारी गुरू अपने गोविन्द दियो बताय।।
कबीरदास
गुरु समान दाता नहीं, याचक शीष समान।
तीन लोक की सम्पदा, सो गुरु दीन्ही दान॥
कबीरदास
शिक्षक ही एक सफल राष्ट्र का निर्माण करते हैं कुमति कीच चेला भरा, गुरु ज्ञान जल होय।
जनम-जनम का मोरचा, पल में डारे धोया॥
कबीरदास
तीन लोक की सम्पदा, सो गुरु दीन्ही दान॥
कबीरदास
शिक्षक ही एक सफल राष्ट्र का निर्माण करते हैं कुमति कीच चेला भरा, गुरु ज्ञान जल होय।
जनम-जनम का मोरचा, पल में डारे धोया॥
कबीरदास