रेलवे का बड़ा ऐलान : 22 मई से यात्रा होगी आसान, मिलेगी वेटिंग टिकट की सुविधा मालवा चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश सचिव वरुण पोरवाल की पहल पर रतलाम रेंज के 35 से अधिक मैरिज गार्डन जागरूक होकर एमएसएमई की सर्विस सेक्टर श्रेणी में शामिल हुए। इसी के साथ ही एमएसएमई द्वारा प्रदान की गई सारी रियायतें व लाभ मैरिज गार्डन व्यवसायी प्राप्त कर सकेंगे। संस्था द्वारा आयोजित वेबीनार में मैरिज गार्डन व्यवसायियों के लिए एमएसएमई सेक्टर में क्या-क्या प्रावधान है एवं उक्त व्यवसायी किस प्रकार इसका लाभ ले सकते हैं, इस बारे में एमएसएमई असिस्टेंट डायरेक्टर नीलेश त्रिवेदी ने व्यवसायियों को जानकारी दी।
BREAKING रेलवे ने स्पेशल ट्रेन का टाइम टेबल बदला सब्सिडी मिल सकेगी
एमएसएमई कंसलटेंट गौरव अग्रवाल ने मैरिज गार्डन व्यवसायियों को विभिन्न स्कीमों से अवगत करवाया जैसे कि 10 लाख तक के लोन पर 15 प्रतिशत सब्सिडी शहरी मैरिज गार्डन पर एवं 25 प्रतिशत सब्सिडी ग्रामीण मैरिज गार्डन पर मिल सकेगी। 10 लाख से दो करोड़ के लोन पर 15 पर सब्सिडी सभी प्रकार के मैरिज गार्डन को एमएसएमई द्वारा मिल सकती है। इसके साथ ही इंटरेस्ट सबमिलेशन स्कीम जो एमएसएमई की थी जिसमें 2 प्रतिशत ब्याज पर छूट दी जा रही थी। वह स्कीम भी जल्द चालू हो जाएगी जिससे कि मैरिज गार्डन व्यवसायियों के द्वारा लिए गए लोन पर 2 प्रतिशत छूट का लाभ प्राप्त किया जा सकेगा।
एमएसएमई कंसलटेंट गौरव अग्रवाल ने मैरिज गार्डन व्यवसायियों को विभिन्न स्कीमों से अवगत करवाया जैसे कि 10 लाख तक के लोन पर 15 प्रतिशत सब्सिडी शहरी मैरिज गार्डन पर एवं 25 प्रतिशत सब्सिडी ग्रामीण मैरिज गार्डन पर मिल सकेगी। 10 लाख से दो करोड़ के लोन पर 15 पर सब्सिडी सभी प्रकार के मैरिज गार्डन को एमएसएमई द्वारा मिल सकती है। इसके साथ ही इंटरेस्ट सबमिलेशन स्कीम जो एमएसएमई की थी जिसमें 2 प्रतिशत ब्याज पर छूट दी जा रही थी। वह स्कीम भी जल्द चालू हो जाएगी जिससे कि मैरिज गार्डन व्यवसायियों के द्वारा लिए गए लोन पर 2 प्रतिशत छूट का लाभ प्राप्त किया जा सकेगा।
मानसून के पहले ही शुरू हो जाएगी भारी बारीश आ रही थी परेशानी
मैरिज गार्डन व्यवसायियों के लिए एमएसएमई श्रेणी में शुरू से ही प्रावधान थे परंतु कुछ तकनीकी कारणों के तहत उद्योग आधार प्राप्त करने में तकलीफ आ रही थी। पोरवाल ने दिल्ली व इंदौर एमएसएमई अधिकारियों से बात कर मैरिज गार्डन व्यवसायियों के लिए उद्योग आधार प्राप्त करने के लिए आ रही दिक्कत को दूर कर ऑनलाइन उद्योग आधार प्राप्त करने की प्रक्रिया को उपलब्ध करवाया। वर्तमान में प्रदेश के सभी मैरिज गार्डन को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों के तहत अक्टूबर 2020 तक मैरिज गार्डन को संचालन की अनुमति मिलना मुश्किल है। ऐसे में सरकार द्वारा एमएसएमई का जो राहत पैकेज जारी किया गया है, उसमें मैरिज गार्डन एमएसएमई श्रेणी में आकर राहत पैकेज का लाभ ले सकेंगे।
मैरिज गार्डन व्यवसायियों के लिए एमएसएमई श्रेणी में शुरू से ही प्रावधान थे परंतु कुछ तकनीकी कारणों के तहत उद्योग आधार प्राप्त करने में तकलीफ आ रही थी। पोरवाल ने दिल्ली व इंदौर एमएसएमई अधिकारियों से बात कर मैरिज गार्डन व्यवसायियों के लिए उद्योग आधार प्राप्त करने के लिए आ रही दिक्कत को दूर कर ऑनलाइन उद्योग आधार प्राप्त करने की प्रक्रिया को उपलब्ध करवाया। वर्तमान में प्रदेश के सभी मैरिज गार्डन को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों के तहत अक्टूबर 2020 तक मैरिज गार्डन को संचालन की अनुमति मिलना मुश्किल है। ऐसे में सरकार द्वारा एमएसएमई का जो राहत पैकेज जारी किया गया है, उसमें मैरिज गार्डन एमएसएमई श्रेणी में आकर राहत पैकेज का लाभ ले सकेंगे।
हो गया निर्णय, इस दिन से चलेगी ट्रेन, यह रहेगा तरीका तीन जिलों के थे गार्डन संचालक वेबीनार के अंत में आभार संभाग सचिव निलेश सेलोत ने माना। कार्यक्रम संयोजक नवीन जैन व अनूप सेठिया रहे। रतलाम के सभी प्रमुख मैरिज गार्डन व्यवसायी जिनमें रतलाम, जावरा, खाचरोद, मंदसौर, नीमच आदि शहरों के प्रमुख मैरिज गार्डन व्यवसायियों ने भाग लिया। जिसमें सत्यम गार्डन खाचरोद से नवीन जैन, सेठिया मैरिज गार्डन रतलाम से अनूप सेठिया, जेएमडी पैलेस रतलाम से प्रवीण सोनी, होटल राज पैलेस नीमच से दिनेश गोयल, लुनिया गार्डन रतलाम से विनोद लुनियाद्व, अमृत गार्डन रतलाम से ललित दख, कोठारी रिसोर्ट जावरा से मनीष कोठारी, सहित सभी प्रमुख मैरिज गार्डन व्यवसायी शामिल हुए।