सोलर उपकरण का बढ़ रहा उपयोग पहले सौर ऊर्जा का उपयोग व्यवसायिक व औद्योगिक संस्थानों में होता था। प्रधानमंत्री सूर्य योजना के लागू होने से अब यह घरेलू उपभोक्ताओं को भी रास आने लगे है। यहीं कारण है कि मार्च माह से शुरू हुई इस योजना के अंतर्गत अभी तक 342 उपभोक्ताओं ने 1478 मेगावाट लोड के उपकरण लगवाएं हैं। 161 व्यावसायिक उपभोक्ताओं ने 2778 मेगावाट लोड व औद्योगिक क्षेत्र में 17 उद्योगपतियों ने 1255 मेगावाट सौर बिजली उत्पादन के लिए उपकरण लगवाएं हैं।
एलईडी का इस्तेमाल घरों, स्ट्रीट लाइट व बगीचों में अब स्मार्ट लाइट्स का इस्तेमाल बढ़ गया है। एनर्जी कंजर्वेशन के लिए एलईडी लाइट्स का उपयोग बढ़ा है। इसके साथ ही स्मार्ट लाइट्स भी होम डेकोर को अट्रैक्टिव बनाने के साथ-साथ बिजली की खपत भी कम कर रही हैं।
जिले में उपभोक्ता एक नजर में उपभोक्ता – सोलर – पैनल घरेलू 2,95,316 342 कमर्शियल-34,673 161 औद्योगिक- 2667 017 वींड पावर वर्ष – संख्या – उत्पादन 23-24 69 521
24-25 74 542 लोगों का बढ़ा रुझान पीएम सूर्य घर योजना के लागू होने से सौर ऊर्जा को लेकर न केवल शहर बल्कि गांवों में भी डिमांड बढ़ी है। सोलर ऊर्जा ने यह चिंता काफी हद तक दूर हुई है। खास बात यह है कि पूरा सोलर पैनल आम आदमी की पहुंच में है। शहर में सौर ऊर्जा से भवनों में बिजली की आपूर्ति पूरी हो रही है बल्कि अतिरिक्त बिजली को उपभोक्ता बेच भी रहे हैं।
– राजेश भटेवरा, सोलर वेंडर, रतलाम भविष्य के लिए शुभ संकेत जिले में बिजली उपभोक्ताओं का रुझान, वींड व सौर ऊर्जा की ओर बढ़ा है। यहीं कारण है कि जिले में बड़ेवींड प्लांट व सोलर प्लांट लगे हैं। जो बिजली उत्पादन कर रहे हैं। बड़े प्लांटों के साथ ही अब घरेलू, व्यवसायी व औद्योगिक उपभोक्ता भी बिजली उत्पादन के लिए सोलर प्लांट लगा रहे हैं। भविष्य के लिए अच्छा संकेत है।
– बीडी फ्रेंकलिन, अधीक्षण यंत्री , मप्र पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी, रतलाम वृत्त।