शहर के लोग बदलते डिजाइन और स्टाइल के साथ अपने घर की छत पर टेक्सचर पेंट लगा रहे हैं। शहर में कलर का कारोबार करने वाले कारोबारियों के अनुसार लोग घर की छत को भी आकर्षक बनाने के लिए कार्य करते है। इसमे घर की छत पर धुआं, बर्फ सहित आसमान आदि को बनाया जाता है। इसको बनवाने में करीब 40 रुपए से लेकर 60 रुपए तक का व्यय होता है।
पेंट का होता उपयोग अधिक त्यौहार में इसके साथ ही लोग अपने घरों में लग्जरी इमलशन पेंट का इस्तेमाल अधिक कर रहे हैं। इसमें शाइनिंग अधिक रहती है। इसके साथ यह वैक्टिरिया रूफ होने के साथ घर के इंटीरियर को हाइजेनिक बनाता है। शहर के रंग विके्रता अब्बास बताते हैं कि मिक्स कलर लोगों की पहली पसंद है। लोग अपने घर में आयल बेस और वाटर बेस पेंट लगा रहे हैं। वर्तमान समय में घर में चुना लगाने की परंपरा लगभग समाप्त हो चुकी है।
दुगनी हो जाती है इस दौरान बिक्री लौहनगरी में रंगों का कारोबार करीब 50 लाख से एक करोड़ रुपये का है। त्योहार के मौसम में दो माह तक शहर में रंगों की बिक्री दो गुना हो जाता है। दुकानदार अब्बास बताते हैं कि दुर्गा पूजा से दीपावली के बाद तक रंगो की बिक्री बढ़ जाता है। यहां 150 से 600 रुपये लीटर मूल्य तक के रंग मिलता है। इस मौसम में रंग रोगन करने वाले मजदूर का रेट 400 सौ से लेकर 600 रुपए तक एक कमरे का रहता है।
राशि अनुसार देता है लाभ राशि अनुसार पेंट कराने का महत्व भी बढ़ गया है। मेष व वृश्चिक राशि वालों को लाल रंग तो वृषभ व तुला राशि वालों के लिए पिंक रंग सुटेबल रहता है। इसके अलावा मिथुऩ व कन्या राशि वालों के लिए क्रिम व हरा रंग तो कर्क राशि वालों को सफेद, सिंह राशि वालों को ओरेंज, धनु व मीन राशि वालों के लिए पीला या क्रिम व मकर व कुंभ राशि वालों को हल्का नीला रंग लाभ देता है। घर की छत को हमेशा सफेद ही रखना चाहिए। इससे घर में सुख व शांति रहती है।