इनके आने के बाद कलेक्टर रुचिका चौहान ने इसका निरीक्षण भी किया था। बसों के आने के बाद एेसा माना जा रहा था कि 11 जनवरी से ये शहर की सड़कों पर दौड़ती नजर आएगी लेकिन जब ऑपरेटरों ने तय चार मार्गों के लिए परमिट मांगे तो जिला परिवहन कार्यालय ने उस पर दावे-आपत्ति मांगे। सूत्र सेवा के समय को लेकर कई बस ऑपरेटरों ने विरोध जताते हुए अपनी आपत्ति दर्ज कराई है।
उज्जैन से तय होगा किराया
सूत्र सेवा का परमिट जारी होने के बाद परिवहन विभाग के उज्जैन स्थित संभागीय कार्यालय से इसके लिए किराया सूची जारी होगी। दरअसल बस का परमिट जारी करने का अधिकारी जिला परिवहन अधिकारी को है, जबकि किराया तय करने के लिए संभागीय अधिकारी होते है। परमिट जारी होने के बाद ही किराया सूची जारी होती है। फिलहाल जब तक परमिट जारी नहीं होता है, तब तक किराया सूची जारी नहीं की जा सकती है। परमिट जारी होते ही किराया सूची भी जारी हो जाएगी।
सूत्र सेवा का परमिट जारी होने के बाद परिवहन विभाग के उज्जैन स्थित संभागीय कार्यालय से इसके लिए किराया सूची जारी होगी। दरअसल बस का परमिट जारी करने का अधिकारी जिला परिवहन अधिकारी को है, जबकि किराया तय करने के लिए संभागीय अधिकारी होते है। परमिट जारी होने के बाद ही किराया सूची जारी होती है। फिलहाल जब तक परमिट जारी नहीं होता है, तब तक किराया सूची जारी नहीं की जा सकती है। परमिट जारी होते ही किराया सूची भी जारी हो जाएगी।
ऑपरेटर भी परेशान
लाखों रुपए की बस खरीदने के बाद अब तक परमिट नहीं मिलने से बस ऑपरेटर भी परेशान है। उनकी माने तो परमिट के संबंध में जब भी परिवहन कार्यालय में संपर्क किया जाता है तो जल्द प्रक्रिया पूरी करने की बात कही जाती है लेकिन अब तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। यदि परमिट जारी हो जाता है, तो उसी दिन से बसों को सड़क पर उतार दिया जाएगा। उनके चलने से आमजन को भी काफी राहत मिलेगी।
लाखों रुपए की बस खरीदने के बाद अब तक परमिट नहीं मिलने से बस ऑपरेटर भी परेशान है। उनकी माने तो परमिट के संबंध में जब भी परिवहन कार्यालय में संपर्क किया जाता है तो जल्द प्रक्रिया पूरी करने की बात कही जाती है लेकिन अब तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। यदि परमिट जारी हो जाता है, तो उसी दिन से बसों को सड़क पर उतार दिया जाएगा। उनके चलने से आमजन को भी काफी राहत मिलेगी।
इनका कहना है
आपत्ति आने से रोका परमिट
– सूत्र सेवा आने के बाद परमिट के लिए आवेदन आया था, जिसके चलते आपत्ति को लेकर प्रकाशन कराया गया था, जिस पर बस ऑपरेटरों ने आपत्ति जताई है। जब तक आपत्ति का निराकरण नहीं हो जाता तब तक परमिट जारी नहीं किए जा सकते है। जल्द ही सभी के साथ बैठक कर आपत्तियों का निराकरण कर लिया जाएगा।
रीना किराडे़, आरटीओ, रतलाम
आपत्ति आने से रोका परमिट
– सूत्र सेवा आने के बाद परमिट के लिए आवेदन आया था, जिसके चलते आपत्ति को लेकर प्रकाशन कराया गया था, जिस पर बस ऑपरेटरों ने आपत्ति जताई है। जब तक आपत्ति का निराकरण नहीं हो जाता तब तक परमिट जारी नहीं किए जा सकते है। जल्द ही सभी के साथ बैठक कर आपत्तियों का निराकरण कर लिया जाएगा।
रीना किराडे़, आरटीओ, रतलाम