सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे ने बताया कि एचआईवी वायरस मनुष्य में रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम कर देता है । एचआईवी का संक्रमण चार तरीको असुरक्षित यौन संपर्क, संक्रमित सुई या सीरिंज के उपयोग से, एचआईवी संक्रमित रक्त चढाने से, एचआईवी संक्रमित माता से गर्भस्थ शिशु को होता है। एचआईवी/एडस से बचने के लिए अपने साथी से वफादारी रखें, केवल लाईसेंस प्राप्त ब्ल्ड बैंक से ब्ल्ड प्राप्त करें, हर बार नई सुई या सीरिंज का उपयोग करें, गर्भावस्था के समय माता की एचआईवी जॉच कराऐं।
नोडल अधिकारी डॉ. योगेश नीखरा ने बताया कि जिले के एआरटी केंद्र पर सुविधाऐं उपलब्ध है जिनमें संक्रमित व्यक्तियों का पंजीयन, सीडी 4 सेल की जॉच, वायरल लोड की जॉच, एआरवी उपचार, नियमित उपचार एवं परामर्श रोग का प्रबंधन, कंडोम वितरण पोस्ट एक्सपोजर प्रोफाईलेक्सिस, पोषण आहार संबंधी परामर्श, सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जोडने संबंधी कार्य किए किए जा रहे है । वर्ष 2021-22 में कुल 71 रोगियों का पंजीयन किया गया है। कार्यक्रम प्रारंभ दिनांक से अब तक एआरटी केंद्र में 1945 मरीजों का पंजीयन किया गया है। वर्तमान में एआरटी की औषधि प्राप्त करने वाले मरीजों की कुल संख्या 1810 रही है।
रैली के दौरान तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत अखिल भारतीय युवा मारवाडी मंच एवं तम्बाकू नियंत्रण समिति के अशोक अग्रवाल द्वारा पेम्पलेट का विमोचन जिला एवं सत्र न्यायाधीश से कराया गया। आरोग्यम नर्सिंग कॉलेज एवं शासकीय नर्सिंग कॉलेज के विद्यार्थियों द्वारा एडस मुक्त हो भारत हमारा के नारे लगाए गए। आशीष चौरसिया ने रैली के दौरान कोविड के दोनों टीके लगवाने, मास्क का उपयोग करने, हाथों को नियमित साबुन पानी से धोने एवं दो गज की दूरी का पालन कर कोविड से बचाव का अनुरोध किया। रैली में जिला आयुष अधिकारी डॉ. बलराज चौहान, डॉ. आशीष राठौड, डॉ. सुरेश भूरा, डॉ. कल्पना मेहर, डॉ. अंकित विजयावत, सरला वर्मा, शीला चौहान, जयसिंह सिसोदिया, लक्ष्यगत हस्तक्षेप परियोजना के सदस्य, जिला विधिकसेवा प्राधिकरण के शिवम चौबे तथा अन्य अधिकारी, कर्मचारी, नर्सिंग कॉलेज के प्रशिक्षकगण एवं विद्यार्थी आदि उपस्थित रहे । विश्व एडस दिवस के अवसर पर सीएचसी सैलाना में बीएमओ डॉ. शेलेष डांगे, बीईई कैलाश यादव तथा कर्मचारियों की उपस्थिति में जागरूकता संबंधी गतिविधियॉ की गई तथा एडस मुक्ति का संकल्प लिया गया।
