डॉ. चंदेलकर ने बताया कि कोरोना के नवीन वेरिएंट से संक्रमित होने पर मरीज को बुखार, नाक बहना, गले में खराश और सर दर्द जैसी परेशानियां हो सकती हैं। इसके अलावा मरीज को सांस से जुड़ी समस्या भी हो सकती है। सामान्य तौर पर व्यक्ति को थकान, बदन दर्द, नाक जाम होना, स्वाद या सुनने की क्षमता घटने और उल्टी की समस्या भी हो सकती है। कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति खासता या छींकता है या सांस छोड़ना है तो उसके नाक या मुंह से निकली छोटी बूंद से यह रोग दूसरे व्यक्तियों में फैल सकता है यह बूंदे उस व्यक्ति के आसपास की दूसरी चीजों और सतह पर भी गिर सकती हैं, दूसरा व्यक्ति उस सतह में संपर्क में आने के बाद अपने मुंह या आंख को छूने से भी फैला सकता है।
1- किसी से हाथ मिलाए ना गले मिले, 2 गज की दूरी जरूर रखें।
2-घर से बाहर निकलते मास्क लगाए, बार-बार आंख-नाक और मुंह को न छूए।
3-खासते और छींकते समय अपने मुंह तथा नाक को ढक कर रखें।
4-साबुन पानी अथवा अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर से हाथों को धोए।
5-सार्वजनिक स्थान पर तंबाकू गुटका खैनी पान आदि खाकर ना थूके।
6-अनावश्यक यात्रा से बचे, भीड़ एकत्रित ना होने दें।
7- अफवाहों पर ध्यान ना दें, भरोसेमंद स्रोत से ही जानकारी लें।
8-अपनी दिनचर्या ठीक रखें, सकारात्मक सोचे, संतुलित आहार ले।
9-भरपूर नींद ले और नकारात्मकता से बचें।
१०-समस्या होने पर जिला अस्पताल या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर चिकित्सक से उपचार लेना चाहिए।
11- जिले की सभी स्वास्थ्य संस्थानों में उपचार की सुविधा उपलब्ध है।
12-कोरोना के लक्षण महसूस होने पर होम आइसोलेशन में रहना चाहिए।
13-व्यक्ति गुनगुने पानी तरल पदार्थ का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें।