must read:आज है टीचर्स डे, शेयर करें Teachers Day 2019 से जुड़ें कोट्स जिला प्रशासन के सूत्र बताते हैं कि बारिश का सीजन अधिकृत रूप से 15 जून से माना जाता है लेकिन 31 जुलाई तक बहुत ज्यादा बारिश से दिक्कत नहीं हुई थी। जिला प्रशासन ने इसे लेकर कोई आकलन नहीं किया लेकिन 31 जुलाई के बाद से बारिश से फसलों से लेकर मकान, पशु और इंसान तक प्रभावित हुए हैं।
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90 लाख की संपत्ति का नुकसान राजस्व विभाग ने बारिश के बाद जिलेभर में हुए नुकसानी का आकलन भी किया है। जिले के सभी पांचों अनुभागों से मिली जानकारी के मुताबिक यह आंकड़ा 90 लाख रुपया पहुंच रहा है जो अपने आप में एक बड़ी रकम कही जा सकती है। सबसे ज्यादा संपत्ति का नुकसान आलोट विकासखंड में ही हुआ है। ये नुकसान पूरे जिले में हुए नुकसान का 50% यानि करीब 50 लाख रुपए है।
90 लाख की संपत्ति का नुकसान राजस्व विभाग ने बारिश के बाद जिलेभर में हुए नुकसानी का आकलन भी किया है। जिले के सभी पांचों अनुभागों से मिली जानकारी के मुताबिक यह आंकड़ा 90 लाख रुपया पहुंच रहा है जो अपने आप में एक बड़ी रकम कही जा सकती है। सबसे ज्यादा संपत्ति का नुकसान आलोट विकासखंड में ही हुआ है। ये नुकसान पूरे जिले में हुए नुकसान का 50% यानि करीब 50 लाख रुपए है।
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जिले में बीच-बीच में हुई भारी बारिश के दौर में कच्चे और पतरापोश मकानों को भी क्षति पहुंची है। मकानों को क्षति होने का आंकड़ा काफी बड़ा है। अब तक 900 मकान भारी बारिश की वजह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। मकानों के नुकसान के मामले में भी आलोट विकासखंड सबसे आगे हैं। जिलेभर में 900 मकानों के क्षतिग्रस्त होने में करीब आधे सबसे कम मकानों की क्षति रतलाम ग्रामीण क्षेत्र में हुई है। इतनी भारी बारिश इस सीजन में दर्ज भी नहीं की गई है जबकि आलोट में हुई है।
जिले में बीच-बीच में हुई भारी बारिश के दौर में कच्चे और पतरापोश मकानों को भी क्षति पहुंची है। मकानों को क्षति होने का आंकड़ा काफी बड़ा है। अब तक 900 मकान भारी बारिश की वजह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। मकानों के नुकसान के मामले में भी आलोट विकासखंड सबसे आगे हैं। जिलेभर में 900 मकानों के क्षतिग्रस्त होने में करीब आधे सबसे कम मकानों की क्षति रतलाम ग्रामीण क्षेत्र में हुई है। इतनी भारी बारिश इस सीजन में दर्ज भी नहीं की गई है जबकि आलोट में हुई है।
must read: डस्टबिन रखा हो सही जगह तो मंदी के दौर में भी होगा लाभ सुबह से शाम तक एक इंच बारिश बुधवार सुबह तेज धूप के बाद आसमान पर छाये बादल देर रात तक बरसते रहे। वर्ष 2016 के बाद इस साल लोग झड़ी का अहसास कर रहे हैं। अब तो अनुमान लगाया जा रहा है कि रेकार्ड 50 इंच बारिश का भी आंकड़ा पार हो जाएगा, क्योंकि वर्षाकाल का समापन 15 अक्टूबर तक माना गया है और अभी सितम्बर माह की शुरुआत हुई है और औसत से 11 इंच अधिक बारिश हो चुकी है।
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24 मिमी बारिश हुई
भू-अभिलेख से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार सुबह 8 से शाम 5 बजे तक शहर में 24 मिमी (1 इंच) बारिश दर्ज की गई। लोगों को दिन में वाहन की लाइटें जलाना पड़ी। आलोट विकासखंड में इस साल की अब तक सर्वाधिक बारिश 1356 मिमी दर्ज की जा चुकी है। औसत वर्षा कुल जिले में 1141.02 मिमी हो चुकी है, जबकि पिछले साल इस समय तक मात्र 727.08 मिमी बारिश हुई थी, और औसत वर्षा आज दिनांक तक 725.01 मिमी मानी गई है। पिछले साल की तुलना में 413.04 मिमी बारिश अधिक हो चुकी है। आंचलिक क्षेत्रों मेंं बारिश के कारण गांव और खेतों में जलजमाव के हालात बन गए है।
24 मिमी बारिश हुई
भू-अभिलेख से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार सुबह 8 से शाम 5 बजे तक शहर में 24 मिमी (1 इंच) बारिश दर्ज की गई। लोगों को दिन में वाहन की लाइटें जलाना पड़ी। आलोट विकासखंड में इस साल की अब तक सर्वाधिक बारिश 1356 मिमी दर्ज की जा चुकी है। औसत वर्षा कुल जिले में 1141.02 मिमी हो चुकी है, जबकि पिछले साल इस समय तक मात्र 727.08 मिमी बारिश हुई थी, और औसत वर्षा आज दिनांक तक 725.01 मिमी मानी गई है। पिछले साल की तुलना में 413.04 मिमी बारिश अधिक हो चुकी है। आंचलिक क्षेत्रों मेंं बारिश के कारण गांव और खेतों में जलजमाव के हालात बन गए है।
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जावरा 1184
ताल 1231
पिपलौदा 975
बाजना 902
रतलाम 1072
रावटी 1356
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नुकसानी की रिपोर्ट तैयार बारिश के दौरान हुई जनहानि और पशुओं की मृत्यु के साथ ही मकानों के क्षतिग्रस्त होने के मामले में सभी प्रकरण तैयार हो चुके हैं। जनहानि से जुड़े कुछ प्रकरणों में पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आने से उनके प्रकरण स्वीकृत नहीं हुए हैं। पीएम रिपोर्ट आने के बाद स्वीकृत कर दिए जाएंगे। शेष सभी प्रकार की नुकसानी का आकलन हो चुका है और सभी पीडि़तों को जल्द ही राहत राशि प्रदान कर दी जाएगी।
– जमुना भिड़े, अपर कलेक्टर, रतलाम
– जमुना भिड़े, अपर कलेक्टर, रतलाम