पलामू के पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महथा ने खुद अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गुरूवार सुबह पुलिस को सूचना मिली कि पांडू थाना क्षेत्र के तिसिबार गांव में ग्रामीण तीन युवकों को चोरी के शक में बंधक बनाकर पीट रहे है। उन्होंने बताया कि सूचना मिलने पर तत्काल मौके पर पहुंची पुलिस ने भीड़ के कब्जे से तीनों युवकों को बचानों की कोशिश की।
भीड़ से छुड़ाने के बाद तीनों युवकों को इलाज के लिए स्थानीय सदर अस्पताल में भर्त्ती कराया गया,जहां एक युवक की मौत हो गयी। वहीं दो अन्य युवकों की भी मौत हो गयी। बताया गया है कि यदि पुलिस समय पर नहीं पहुंचती, तो बड़ी घटना हो सकती है। पुलिस इसे पूरे मामले में दोषियों को चिहिन्त कर कार्रवाई करने में जुट गयी है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि कानून हाथ में लेने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं मौजूदा प्रावधान के तहत मृतक और घायलों के परिजनों को भी आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी जाएगी।
लडकी देखने आए थे और पडी लिचिंग की मार
पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महथा ने बताया कि बुधवार शाम तिसिबार गांव निवासी लल्लु मुसहर की बेटी से शादी के लिए बिहार के डेहरी से चार लोग आये थे। इसी क्रम में ग्रामीणों ने चोर समझ कर उन्हें बंधक बना लिया। उन्होंने बताया कि मामले में दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। मॉब लिचिंग के मामले में हत्या का मामला दर्ज किया गया, जबकि पुलिस पर हमला करने को लेकर अलग से प्राथमिकी दर्ज कर की गयी है। वहीं मॉब लिचिंग को अंजाम देने वालों की पहचान हो गयी है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के आलोक में मामले में स्पीडी ट्रायल कराया जाएगा।
पीड़ित परिवार को सुरक्षा मुहैया करवाई गई
दूसरी तरफ मॉब लिचिंग के शिकार हुए परिवार को पुलिस ने सुरक्षा उपलब्ध करायी गयी है और उनसभी को अभी पलामू जिला मुख्यालय मेदिनीनगर में रखा गया है। बताया गया है कि तिसिबार गांव में कालेश्वर साव के घर मंगलवार को चोरी हुई थी, ग्रामीणों ने यह समझा कि उस चोरी की घटना में इन्हीं लोगों का हाथ है।