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झाविमो के केंद्रीय प्रधान महासचिव अभय सिंह द्वारा मंगलवार को प्रदीप यादव को भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि उनके द्वारा पार्टी के विरूद्ध विभिन्न समाचार-पत्रों में दिया गया बयान संगठन में अनुशासन के खिलाफ प्रतीत होता है। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा पार्टी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के खिलाफ भी टिप्पणी की गई है, जो समाचार पत्रों में भी प्रकाशित हुआ है।
अभय सिंह ने कहा कि 20 जनवरी को गोड्डा में कांग्रेस द्वारा सीएए के विरूद्ध आयोजित सभा में उन्होंने पार्टी के निर्देश के बगैर भाग लिया और भाषण भी दिया, जबकि पार्टी स्तर पर सीएए पर कोई फैसला नहीं लिया गया। वहीं पार्टी के निर्देश के बगैर 23 जनवरी को उन्होंने दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और वरिष्ठ नेता राहुल गांधी से मुलाकात की। इसके अलावा 20 जनवरी को गोड्डा में उनके द्वारा प्रेस वार्ता कर कांग्रेस पार्टी में शामिल होने का संकेत भी दिया गया। यह सब दर्शाता है कि वे पार्टी के विरूद्ध कार्य कर रहे है और कांग्रेस में शामिल होना चाहते है।
अभय सिंह ने बताया कि पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के निर्देशानुसार उन्हें इस संबंध में स्पष्टीकरण और अपना पक्ष 48 घंटे के अंदर पार्टी कार्यालय को समर्पित करें, अन्यथा उनके विरूद्ध पार्टी अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए स्वतंत्र होगी। बताया गया है कि झारखंड विकास मोर्चा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने अपनी पूरी पार्टी का भाजपा में विलय का मन बना लिया है और इस अड़चन को दूर करने के लिए ही बंधु तिर्की के बाद विधायक प्रदीप यादव को भी पार्टी से निष्कासित किए जाने की संभावना है।