(रांची): झाविमो प्रमुख बाबूलाल मरांडी द्वारा 11 करोड़ रुपए देकर छह विधायकों के दल-बदल करने को लेकर किए खुलासे के बाद भाजपा नेताओं ने पलटवार किया है। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सांसद डॉ. रवींद्र राय के साथ संवाददाता सम्मेलन में झाविमो से भाजपा में शामिल छह विधायकों अमर कुमारी बाउरी, रणधीर सिंह, गणेश गंझू, आलोक चौरसिया, गणेश गंझू, जानकी प्रसाद यादव और नवीन जायसवाल ने बाबूलाल मरांडी को जमकर खरी-खोटी सुनाई। आरोप से बौखलाए कृषि मंत्री रणधीर सिंह ने बाबूलाल मरांडी को सार्वजनिक रुप से पागल तक करार दे दिया।
कोई पागल ही कर सकता है ऐसी हरकत-रणधीर सिंह
रणधीर सिंह ने कहा कि इतना घटिया आरोप तो कोई पागल व्यक्ति ही लगा सकता है। उन्होंने कहा कि जनता ने बाबूलाल मरांडी को नकार दिया है, इसलिए वे इस तरह की आधारहीन बातें कर रहे है। मंत्री रणधीर सिंह ने कहा कि वे बाबूलाल मरांडी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराएंगे। उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी के साथ पूरा जालसाज गिरोह काम कर रहा है। भाजपा में शामिल होने के मुद्दे पर सफाई देते हुए रणधीर सिंह ने कहा कि जनता के हित और स्थाई सरकार के लिए उनसभी ने भाजपा का दामन थामा।
चुनाव परिणाम के पहले से सम्पर्क में थे मरांडी-अमर बाउरी
मंत्री अमर बाउरी ने दावा किया कि वर्ष 2014 में विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने के पहले से ही बाबूलाल मरांडी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से संपर्क थे। 23 दिसंबर 2014 को चुनाव परिणाम के बाद जब पहली बार झाविमो के आठ जीते हुए विधायकों की बैठक हुई, तो बाबूलाल मरांडी ने भाजपा में विलय के ऑफर किया। उन्होंने बताया कि 20 व 24 दिसंबर को नई दिल्ली में बाबूलाल मरांडी की मुलाकात अमित शाह से हो चुकी थी, इस मुलाकात के दौरान सुनील तिवारी भी उनके साथ थे।
नकल के लिए भी अक्ल चाहिएःनवीन जायसवाल
विधायक नवीन जायसवाल ने कहा कि नकल के लिए अक्ल की जरुरत होती है। बाबूलाल मरांडी ने जिस फर्जी पत्र का उपयोग किया,उसका लेटर पैड भी दो वर्ष पुराना है। वह पैड भाजपा किसान मोर्चा का है। जबकि 15 जनवरी 2015 से रवींद्र राय प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के रुप में संगठन में काम कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य के पुराने राजनीतिक अस्थिरता के रिकॉर्ड को देखते हुए विलय का निर्णय लिया था।
गलत आरोप लगाकर छवि खराब करने की कोशिशःचौरसिया
विधायक आलोक चौरसिया ने भी बाबूलाल मरांडी द्वारा राज्यपाल को सौंपे गए पत्र को फर्जी बताते हुए कहा कि उनकी छवि को खराब कराने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि इसका जवाब बाबूलाल मरांडी को आने वाले चुनाव में जनता देगी।
चरित्र हनन का प्रयास किया गयाः जानकी यादव
विधायक जानकी प्रसाद यादव ने कहा कि बाबूलाल मरांडी की ओर से चरित्र हनन का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अभी यह मामला विधानसभा अध्यक्ष के न्यायाधिकरण में भी लंबित है। यदि उन्हें कोई दस्तावेज ही पेश करना था, तो उन्हें स्पीकर के न्यायाधिकरण में पेश करना चाहिए था। लेकिन ऐसा न कर बाबूलाल मरांडी ने अदालत का भी अवमानना किया है।
किसी भी सक्षम एजेंसी से जांच को तैयारःगणेश गंझू
विधायक गणेश गंझू ने कहा कि बाबूलाल मरांडी के आरोप झूठा है। वे किसी भी जांच एजेंसी से मामले के अनुसंधान के लिए तैयार हैं। जांच के बाद सारी सच्चाई सामने आ जाएगी।