रामपुर ( rampur news in hindi ) नवाब खानदान की अकूत संपत्ति ( assets) का मूल्याकन ( valuation ) करने में 45 साल लग गए। अब जाकर इस संपत्ति की कीमत करीब 26.25 अरब रुपये आंकी गई है। यह मूल्यांकन रिपाेर्ट जिला न्यायालय ( district court ) में पेश कर दी गई है। अब यह संपत्ति नवाब खानदान के 18 में से जिंदा बचे 16 वारिसों में बटेगी जाे भारत से लेकर जर्मनी और कैलीफोर्नियां तक में माैजूद हैं।
दरअसल रामपुर ( rampur ) के नवाब खानदान की संपत्ति के बंटवारे काे लेकर उनके परिवार में वर्ष 1974 से विवाद चला आ रहा था। इस मामले में पिछले वर्ष 2019 में सुप्रीम काेर्ट ( Supreme Court ) ने फैसला दिया था। जिसके आधार यह संपत्ति 16 वारिसों में बंटनी थी। इस बीच नवाब खानदान की पांच संपत्तियों का मूल्यांकन किया गया। इसके लिए जिला अदालत ने एडवाेकेट कमिश्नर काे नामित किया था। उन्हाेंने अपनी रिपाेर्ट अदालत में दाखिल कर दी है, जिसमें कुल संपत्ति का मूल्यांकन करीब 26.25 अरब रुपये आंका गया है।
अब इस मामले में अदालत ने सभी पक्षकारों को 23 नवंबर काे बुलाया है। एडवाेकेट कमिश्नर ने बताया कि अगर किसी पक्षकार काे काेई आपत्ति है ताे 23 नवंबर काे वह अपनी आपत्ति दाखिल कर सकेंगे। उधर नवाब काजिम अली खां के अधिवक्ता संदीप सक्सेना ने बताया कि सुप्रीम काेर्ट ने सारी संपत्ति का मूल्यांकन कार्य 2020 तक पूरा करने का आदेश दिए थे। अब सुप्रीम काेर्ट के आदेशों से 45 साल बाद संपत्ति के मूल्यांकन का कार्य पूरा हुआ है।
ये हैं प्रमुख संपत्तियां काेठी खास बाग जिसकी कीमत 14 अरब आठ कराेड़ 55 लाख 500 रुपये आंकी गई है। बेनजीर बाग जिसकी कीमत दाे अरब 99 कराेड़ 22 लाख 69 हजार 776 रुपये आंकी गई है।
नवाब रेलवे स्टेशन जिसकी कीमत एक अरब 13 कराेड़ 88 हजार रुपये आंकी गई है। कुंडा जमीन जिसकी कीमत 19 कराेड़ 21 लाख 89 हजार 441 रुपये आंकी गई है। इन सभी स्थानों पर माैजूद चल संपत्ति की कुल कीमत 64 कराेड़ 50 लाख रुपये आंकी गई है।