विभाग कर रहा सेवाएं समाप्त करने की तैयारी बता दें कि साल 2015 में महिला शिक्षिका शुमाएला की फतेहगंज पूर्वी के प्राथमिक विद्यालय माधौपुर में तैनाती हुई थी। लेकिन इस साल महिला का पाकिस्तानी कनेक्शन निकलने से हड़कंप मच गया। विभाग ने तुरंत एक कमटी गठित की और जांच कराई तो पता चला की मामला सही है। जिसके बाद विभाग ने महिला शिक्षिका को निलंबित कर दिया। वहीं अब उसकी सेवाएं समाप्त करने की तैयारी की जा रही है। बता दें कि इस मामले में एसपी रामपुर के पत्र के बाद बीएसए बरेली के संज्ञान में यह मामला आया था।
यह भी पढ़े – श्रीकांत त्यागी मामलाः उल्टा पड़ा अखिलेश का दांव, महानगर उपाध्यक्ष ने भेजा इस्तीफा पाकिस्तानी पासपोर्ट पर मिला था वीजा जानकारी के मुताबिक, रामपुर के मोहल्ला आतिशबाजान की रहने वाली माहिरा उर्फ फरजाना ने 1979 में पाकिस्तान के सिबगत अली से निकाह किया था। निकाह के बाद वह पाकिस्तान ही रहने लगीं। पाकिस्तान की नागरिकता मिलने के दो वर्ष बाद माहिरा का तलाक हो गया और वह पाकिस्तानी पासपोर्ट पर भारत का वीजा प्राप्त कर दोनों बेटियों शुमाएला खान उर्फ फुरकाना व आलिमा के साथ रामपुर आकर रहने लगी।
ठंडे बस्ते में चला गया था मामला वहीं वीजा अवधि खत्म होने पर भी वह पाकिस्तान नहीं लौटीं तो एलआइयू ने रामपुर में वर्ष 1983 में मुकदमा दर्ज करा दिया। 25 जून 1985 को उन्हें सीजेएम कोर्ट से कोर्ट की समाप्ति तक अदालत में मौजूद रहने की सजा सुनाई गई और बाद में मामला ठंडे बस्ते में चला गया। 22 जनवरी को वर्ष 1992 की बेसिक शिक्षा विभाग में माहिरा की शिक्षक के पद पर नियुक्ति हुई। मामला शासन तक पहुंचा तो विभाग ने उन्हें तथ्य छुपाकर नौकरी करने के आरोप में निलंबित कर दिया, बाद में उनकी बहाली भी हो गई थी।