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ये पत्र यूपी गवर्नर के माध्यम से राष्ट्रपति की चौखट पर भेजा जाएगा। इस बात की पुष्टि भी जिला जेल रामपुर अधीक्षक पीडी सलोनिया ने की है। शबनम पिछले दो वर्षों से रामपुर की जिला जेल में शबनम बंद है जबकि उसका प्रेमी आगरा जिला जेल में बंद है। सुरक्षा कारणों से शबनम को मुरादाबाद जिला जेल से रामपुर लाया गया था तभी से शबनम यहां रह रही है। जेल अधीक्षक पीडी सालोनिया ने बताया कि शबनम के संबंध में दो वकील आए थे उन्होंने एक पत्र दिया है वह पत्र क्षमा याचिका को लेकर है। बताया कि हम उस पत्र को यूपी गवर्नर के यहां भेज रहे हैं। शबनम का कोई डेथ वारंट हमारे यहां हमको उपलब्ध नहीं हुआ है। इन दिनों शबनम आम महिला बंदियों की तरह रह रही है। जेल मैनुअल के हिसाब से खाना भी खा रही है। उसकी फांसी को लेकर जो चीजें भी चल रही हैं उसके संबंध में हमारे पास फिलहाल अभी कोई जानकारी ना तो कोर्ट के द्वारा हमको मिली है और ना ही कोई पत्र उसके संबंध में हमारे पास आया है महिलाओं की फांसी का मथुरा जेल में प्रबंध है इनके संबंध में जो भी अग्रिम आदेश आएगा वह आपको बता दिया जाएगा। यह भी पढ़ें
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साल 2008 में अमरोहा के बाबनखेड़ी गाँव में अपने प्रेमी को पाने के लिए जिस शबनम ने अपने प्रेमी सलीम के साथ मिलकर अपने पूरे परिवार के सात सदस्यों की हत्या की थी उसे जिला कोर्ट से लेकर हाई कोर्ट सुप्रीम कोर्ट और फिर राष्ट्रपति के यहां से भी शबनम सलीम की दया याचिका खारिज हो चुकी है। बाबजूद एक बार फिर कवायद की गई गई शबनम और उसके आशिक सलीम को फांसी के फंदे से बचाने की। देखना ये दिलचस्प रहेगा कि शबनम सलीम की दया याचिका पर सुनवाई होगी या फिर शबनम सलीम को फांसी दी जाएगी। यह भी पढ़ें